कांग्रेस ने ताली-थाली बजाने और दीया जलाने पर उठाए सवाल, सरकार पर दागे 7 सवाल

कांग्रेस ने ताली-थाली बजाने और दीया जलाने पर उठाए सवाल, सरकार पर दागे 7 सवाल

नई दिल्ली
वैश्विक संकट कोरोना से निपटने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से लिए गए लॉकडाउन के फैसले पर कांग्रेस ने सवाल उठाया है। साथ ही कांग्रेस का आरोप है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार केवल दिखावा कर रही है। यह सरकार कोरोना वायरस की रोकथाम और इससे होने वाले अर्थव्यवस्था के नुकसान के बारे में कुछ भी नहीं कह रही है। कांग्रेस पार्टी ने एक वीडियो जारी कर 7 बिंदुओं पर देश का ध्यान दिलाया है। पार्टी ने वीडियो मेंप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से ताली थाली बजाने की अपील फिर दीया जलाने के आह्वान पर भी सवाल उठाया है।

शुरू में पीएम मोदी, फिर सवाल
वीडियो की शुरुआत में जनता कर्फ्यू के दौरान पीएम मोदी की ओर से किए गए ताली-थाली बजाने की अपील को दिखाया गया है। उसके बाद पीएम मोदी के उस संबोधन को दिखाया गया है जिसमें उन्होंने कोरोना वायरस को हराने में देश के सामूहिक संकल्प का प्रदर्शन करने के लिए पांच अप्रैल को रात नौ बजे नौ मिनट के लिए अपने घरों की बत्ती बुझाएं और मोमबत्ती, दीये या मोबाइल फोन की लाइट या टॉर्च जलाने की अपील की है। इसके बाद कांग्रेस ने सात बिंदु उठाए हैं या यूं कहें कि सरकार से सात सवाल पूछे हैं।

1. स्वास्थ्यकर्मी बिना पीपीई किट के काम कर रहे हैं: कोरोना के खिलाफ जंग में मोर्चे पर लड़ रहे डॉक्टर, नर्स, मेडिकल स्टॉफ लगातार व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) की डिमांड कर रहे हैं। पीपीई की कमी के चलते कोरोना मरीजों के संपर्क में आने के चलते देश के कई हिस्सों में डॉक्टरों और नर्सों में संक्रमण के केस सामने आ चुके हैं। पीपीई किट की कमी न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया में हो रही है। कांग्रेस ने इसपर केंद्र सरकार पर सवाल उठाया है।

2. काफी धीमी गति से हो रहा कोरोना की जांच: भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के मुताबिक भारत अपनी क्षमता से महज 30 फीसदी ही जांच कर रहा है। माना जाता है कि किट की कमी के चलते देश में लोगों की जांच नहीं हो पा रही है। कांग्रेस ने इस पर केंद्र सरकार पर सवाल उठाया है।

कोरोना के खिलाफ जंग में पीएम मोदी ने खुद भी जलाया दीपक

  • कोरोना के खिलाफ जंग में पीएम मोदी ने खुद भी जलाया दीपक

  • मुंबई के प्रसिद्ध सिद्धि विनायक मंदिर में दीप प्रज्वलित

  • देखें, जब प्रधानमंत्री ने अपने आवास में जलाए दीप

  • राष्ट्रपति ने राष्ट्रपति भवन में परिवार के साथ जलाया दीपक

  • सेना के बहादुर जवानों ने जलाए दीप

  • गुरुग्राम में कुछ ऐसा दिखा नजारा

  • अंबेडकरनगर में लोगों ने यूं जलाए दीये

  • पाकिस्तान में भारतीय हाई कमिशन में जलाए गए दीप

  • पीएम मोदी की मां हीराबेन ने गुजरात में अपने घर पर जलाया दीपक

  • कर्नाटक में लोगों ने कुछ इस अंदाज में जलाई मोमबत्ती

  • केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने पटना में जलाई मोमबत्ती

  • छत्तीसगढ़ में फौजियों ने जलाई मोबाइल लाइट

  • पीएम की अपील पर दिल्ली वालों ने जलाया दीपक

  • पीएम मोदी के आह्वान पर बिहार के CM नीतीश कुमार ने जलाई मोमबत्ती

  • रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने जलाया दीपक

  • क्रिकेटर सचिन तेंडुलकर ने पूरे परिवार के साथ जलाई मोमबत्ती

  • लालू फैमिली ने यूं लालटेन जलाकर किया पीएम मोदी का सपोर्ट

  • बीजेपी नेता सीपी ठाकुर ने पत्नी संग पटना में जलाई मोमबत्ती

  • पीएम मोदी की अपील पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जलाया दीया

  • गुजरात के अहमदाबाद में लोगों ने दीपक से लिख दिया 'गो कोरोना गो'

  • दिल्ली के पांडव नगर इलाके में लोगों ने जलाया दीया

  • उत्तर प्रदेश के लखनऊ में कुछ इस अंदाज मनाई गई स्पेशल दीवाली

  • दिल्ली के लोगों ने कुछ यूं मनाई स्पेशल दिवाली

  • पीएम मोदी की अपील पर तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने जलाई मोमबत्ती

3. वेंटिलेटर और आईसीयू बेड की भारी कमी: पूरी दुनिया में वेंटिलेटर की डिमांड है। अमेरिका तक में वेंटिलेटर की कमी है। कहा जाता है कि द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान जिसके पास जितने मिसाइल थे वह उतना ताकतवर था, वहीं कोरोना संकट में जिसके पास जितने वेंटिलेटर हैं वह उतना ज्यादा अपने लोगों को बचा पाएगा। भारत में वेंटिलेटर की कुल संख्या सरकारी और निजी अस्पताल मिलाकर 40 हजार के करीब है।

4. लॉकडाउन में दिहाड़ी मजदूरों की हालत खराब: लॉकडाउन सबसे ज्यादा उन लोगों को दिक्क्त हुई है जो रोज कमाते हैं और रोज खाते हैं। ऐसे लोगों के लिए सरकार ने रहने खाने का इंतजाम किया है। लेकिन पिछले दिनों देश के अलग-अलग हिस्सों में दिहाड़ी मजदूर जमा हो गए थे। वह गांव जाना चाहते थे। इसपर कांग्रेस ने सरकार पर सवाल उठाया है।

5. अर्थव्यवस्था के लिए आर्थिक पैकेज की घोषणा: भारत सहित दुनिया के कई देशों में लॉकडाउन होने से अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान पहुंचा है। कांग्रेस ने केंद्र सरकार से सवाल पूछा है कि वह अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए किसी पैकेज की बात क्यों नहीं कर रही है।

6. सब्जियां, गैस और ईंधन हो रहा महंगा: पूरी दुनिया में आवागमन बंद होने से गैस और ईंधन की कीमतों में वृद्धि शुरू हो चुकी है। इसके अलावा लॉकडाउन के चलते किसान खेतों से सब्जियों का नहीं ला पा रहे हैं। इसके अलावा सब्जियां पर्याप्त मात्रा में गांव से शहरों में नहीं पहुंच पा रही हैं। इसपर कांग्रेस ने केंद्र से सवाल पूछा है।

7. किसानों की कैसे हो मदद: कांग्रेस ने सरकार से पूछा है कि इस मुश्किल वक्त में किसानों की कैसे मदद हो। उसे हो रहे नुकसान की भरपाई के लिए सरकार के पास क्या इंतजाम हैं।

इन सात सवालों के बाद वीडियो में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की कही बातें दिखाई गई है। सोनिया गांधी ने कहा, ‘हम इस अप्रत्याशित स्वास्थ्य एवं मानवीय संकट के समय मिल रहे हैं। हमारे सामने यह बहुत बड़ी चुनौती है लेकिन इससे निजात पाने का हमारा संकल्प ज्यादा बड़ा होना चाहिए।’

कोरोना वायरस: नौसेना के गैर-मेडिकल स्टाफ को भी आपातकालीन परिस्थितियों के लिए दी जा रही है ट्रेनिंगदक्षिण नौसैनिक कमान ने आपातकालीन परिस्थितियों के लिए गैर-मेडिकल स्टाफ के लिए भी एक ट्रेनिंग मैनुअल तैयार किया है जिससे ये लोग मेडिकल स्टाफ की मदद कर पाएंगे। अब तक इस मैनुअल के आधार पर 333 नौसैनिकों को यह ट्रेनिंग दी गई है।

उन्होंने कहा, ‘लगातार और विश्वसनीय ढंग से चिकित्सा जांच करने के अलावा कोविड-19 से लड़ने का कोई दूसरा विकल्प नहीं है। हमारे चिकित्सकों, नर्सों और स्वास्थ्यकर्मियों को सभी तरह का सहयोग मिलना चाहिए।’ कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि स्वास्थ्यकर्मियों को एन-95 मास्क और हज्मत सूट जैसे निजी सुरक्षा उपकरण युद्ध स्तर पर मुहैया कराने की जरूरत है। उन्होंने आरोप लगाया, ’21 दिनों का लॉक डाउन जरूरी रहा होगा, लेकिन इसे योजनाबद्ध तरीके से लागू नहीं किया गया जिससे देश भर में अफरा-तफरा मची और लाखों प्रवासी कामगारों को पीड़ा हुई।’