उमर अब्दुल्ला की सरकार में शामिल नहीं होगी कांग्रेस, पार्टी ने लिया बड़ा फैसला
श्रीनगर: आज सुबह 11:30 बजे नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। लेकिन इससे पहले कांग्रेस ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए घोषणा की है कि वह उमर अब्दुल्ला की सरकार का हिस्सा नहीं बनेगी, बल्कि सरकार को बाहर से समर्थन देगी। यह फैसला उमर अब्दुल्ला और कांग्रेस के बीच हुए गठबंधन के बावजूद लिया गया, जो जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में एक साथ मिलकर लड़ा था और जीत दर्ज की थी।
कांग्रेस ने बताई यह वजह
कांग्रेस ने इस फैसले की वजह स्पष्ट की है। पार्टी के मुताबिक, कांग्रेस की स्थानीय इकाई सरकार में शामिल होना चाहती थी, लेकिन कांग्रेस हाई कमान राज्य में पार्टी की कमजोर प्रदर्शन से संतुष्ट नहीं था। इसीलिए, पार्टी ने निर्णय लिया कि नेताओं को मंत्री पद का इनाम देने के बजाय संगठन को मजबूत करने पर ध्यान दिया जाए। हाई कमान नहीं चाहता था कि खराब प्रदर्शन के बावजूद नेताओं को मंत्री पद की जिम्मेदारी दी जाए, जिससे संगठन पर दबाव बना रहे कि उसे मजबूती से खड़ा किया जाए।
शपथ ग्रहण में विपक्षी नेता होंगे शामिल
शपथ ग्रहण समारोह में विपक्ष के कई प्रमुख नेता शामिल होंगे। इनमें लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव, एनसीपी (सपा) सांसद सुप्रिया सुले, डीएमके सांसद कनिमोझी करुणानिधि, और सीपीआई के डी राजा प्रमुख रूप से मौजूद रहेंगे। यह समारोह डल झील के किनारे स्थित शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (एसकेआईसीसी) में आयोजित किया जाएगा। उमर अब्दुल्ला को उपराज्यपाल मनोज सिन्हा मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाएंगे।
आठ विधायक लेंगे मंत्री पद की शपथ
उमर अब्दुल्ला के साथ, आठ अन्य विधायक भी मंत्री पद की शपथ लेंगे। बता दें कि 11 अक्टूबर को उमर अब्दुल्ला ने नेशनल कांफ्रेंस के 42 विधायकों, चार निर्दलीय विधायकों, छह कांग्रेस विधायकों और एक सीपीआई (एम) विधायक के समर्थन से सरकार बनाने का दावा पेश किया था। शपथ ग्रहण समारोह के बाद उमर अब्दुल्ला सिविल सचिवालय में प्रशासनिक सचिवों से भी मुलाकात करेंगे।