कांग्रेस को पसंद नहीं आई बीजेपी की तारीफ, असम में AIUDF से तोड़ा गठबंधन

- असम में कांग्रेस ने एआईयूडीएफ और बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट के साथ गठबंधन किया था. बदरुद्दीन अजमल के नेतृत्व वाले एआईयूडीएफ और हाग्रामा मोहिलरी के बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट के साथ गठबंधन तोड़ते ही 10-पार्टियों के गठबंधन ‘महाजोत’ का भी पतन हो जाएगा.
गुवाहाटी: बीजेपी से मुकाबला करने के लिए असम में बनाए गए ‘महाजोत’ गठबंधन का पतन होना तय है. असम में कांग्रेस ने एआईयूडीएफ और बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट के साथ गठबंधन किया था. लोकसभा सांसद बदरुद्दीन अजमल के नेतृत्व वाले एआईयूडीएफ और हाग्रामा मोहिलरी के बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट के साथ गठबंधन तोड़ते ही 10-पार्टियों के गठबंधन ‘महाजोत’ का भी पतन हो जाएगा. कांग्रेस ने AIUDF से गठबंधन तोड़ लिया है. इसके पीछे वजह AIUDF द्वारा बीजेपी की तारीफ बताई जा रही है. लोकसभा सांसद गौरव गोगोई ने कुछ दिन पहले ही कहा था कि कांग्रेस को अब गठबंधन का हिस्सा नहीं होना चाहिए. पार्टी को स्वतंत्र रहना चाहिए और जमीनी स्तर पर संगठन को मजबूत करने पर ध्यान देना चाहिए.
असम कांग्रेस अध्यक्ष भूपेन बोरा की अध्यक्षता में एक कोर-कमेटी की बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा हुई और गठबंधन तोड़ने का फैसला लिया गया. एआईयूडीएफ ने हाल ही में भाजपा और मुख्यमंत्री की प्रशंसा की थी. इसने कांग्रेस नेताओं को चकित कर दिया. AIUDF द्वारा बीजेपी की तारीफ किए जाने से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी हैरान थे. गौरतलब है कि विधानसभा चुनावों में मुख्य विपक्षी कांग्रेस को 29 सीटें मिलीं. 2016 की तुलना में तीन सीटें अधिक थी. एआईयूडीएफ ने पिछली बार की 13 सीटों की तुलना में 16 सीटें जीती. वहीं, बीपीएफ को सिर्फ चार सीटें और सीपीएम ने सिर्फ एक सीट पर जीत मिली.
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता बोबीता शर्मा ने कहा, “एआईयूडीएफ (ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट) के नेतृत्व और वरिष्ठ सदस्यों ने लगातार और रहस्यमय तरीके से भाजपा और मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की प्रशंसा की है. इसने कांग्रेस पार्टी की धारणा को प्रभावित किया है.” शर्मा ने कहा, “इस संबंध में एक लंबी चर्चा के बाद असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी की कोर कमेटी के सदस्यों ने सर्वसम्मति से फैसला किया कि एआईयूडीएफ अब ‘महाजोत’ का गठबंधन सहयोगी नहीं रह सकता है. इस संबंध में एआईसीसी को सूचना भेजा जाएगा.” उन्होंने यह भी कहा कि बैठक में बीपीएफ (बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट) के साथ गठबंधन को लेकर भी चर्चा हुई.