कांग्रेस गाली वाली पार्टी, कूट-कूट के भरा है अहंकार, विपक्ष पर संबित पात्रा का तीखा वार

कांग्रेस गाली वाली पार्टी, कूट-कूट के भरा है अहंकार, विपक्ष पर संबित पात्रा का तीखा वार

पाात्रा ने कहा कि बिहार में एक यात्रा चल रही है और उस यात्रा में जिस प्रकार की भाषा का प्रयोग हो रहा है, बड़े दुख के साथ उस विषय पर ये प्रेस कांफ्रेंस हम कर रहे हैं। लोकतंत्र में एक मर्यादा होती है, सुषमा स्वाराज जी ने एक बार सदन में कहा था कि हम शत्रु नहीं हैं, विचारधारा के आधार पर विरोधी हैं।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने गुरुवार को बिहार की ‘मतदाता अधिकार यात्रा’ में इस्तेमाल की जा रही भाषा को लेकर लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और इंडिया ब्लॉक के अन्य नेताओं की आलोचना की और उन पर ‘गाली-गलौज की राजनीति’ करने का आरोप लगाया। पाात्रा ने कहा कि बिहार में एक यात्रा चल रही है और उस यात्रा में जिस प्रकार की भाषा का प्रयोग हो रहा है, बड़े दुख के साथ उस विषय पर ये प्रेस कांफ्रेंस हम कर रहे हैं। लोकतंत्र में एक मर्यादा होती है, सुषमा स्वाराज जी ने एक बार सदन में कहा था कि हम शत्रु नहीं हैं, विचारधारा के आधार पर विरोधी हैं।
संबित पात्रा ने दावा किया कि आज भाषा की मर्यादा तार-तार हो रही है। आज जब माननीय प्रधानमंत्री और उनकी स्वर्गवासी मां के लिए जिस कटुतापूर्ण, अश्लीलता पूर्ण भाषा का प्रयोग किया गया है, उसके लिए आज उस पार्टी को शर्मसार होना चाहिए, जो पार्टी कभी अपने आप को भारतीय स्वतंत्रता संग्राम से जोड़ती है। कांग्रेस पर वार करते हुए उन्होंने कहा कि जो पार्टी अपने आप को स्वतंत्रता संग्राम से जोड़ती थी, वो गांधी जी की पार्टी थी। लेकिन, आज जो पार्टी अपने आप को तथाकथित रूप से स्वतंत्रता संग्राम से जोड़ती है, वो आज गाली वाली पार्टी बन गई है। ये महात्मा गांधी जी की पार्टी नहीं, बल्कि तथाकथित नकली गांधी परिवार की पार्टी है।

भाजपा सांसद ने साफ तौर पर कहा कि कांग्रेस में कूट-कूट के अहंकार भरा हुआ है। इनको लगता है कि भारतवर्ष इन्हीं का है। इनको अगर भारत में गद्दी नहीं मिलती, तो ये लोकतांत्रिक रूप से चुने गए व्यक्ति को मां की गाली भी दे देते हैं। उन्होंने कहा कि बिहार के दरभंगा में कांग्रेस और राजद नेताओं द्वारा महागठबंधन की रैली के मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की माँ को निशाना बनाकर की गई गालियाँ बेहद शर्मनाक हैं। और इस चलन की शुरुआत करने वाले राहुल गांधी हैं, जिन्हें खुद प्रधानमंत्री के लिए अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने में कोई शर्म नहीं आती।

उन्होंने कहा कि इस भाषा का कोई जनक है, तो वो है राहुल गांधी! दरभंगा की रैली के मंच से जिस प्रकार प्रधानमंत्री जी की मां और प्रधानमंत्री जी के लिए कहा गया, उससे ठीक पूर्व लगभग 5-7 दिन से राहुल गांधी प्रधानमंत्री जी को तू कहकर संबोधित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब राहुल गांधी, मणिशंकर अय्यर और संजय राउत में कोई फ़र्क़ नहीं रहा। राहुल गांधी ख़ुद कांग्रेस पार्टी के मणिशंकर बन गए हैं। गाली-गलौज की राजनीति सिर्फ़ प्रधानमंत्री तक सीमित नहीं है। ज़रा हालात देखिए, इस देश का तथाकथित विपक्ष किसी भी संवैधानिक सत्ता को नहीं बख्श रहा।