राम मंदिर प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर क्रिकेटर रवींद्र जड़ेजा के परिवार में हो रही कलह, भाभी रीवाबा और ननद नयनबा के बीच जुबानी जंग
राजकोट। टीम इंडिया के स्टार ऑलराउंडर रवींद्र जड़ेजा के परिवार में अयोध्या राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर मानो रामायण शुरू हो गई है। दरअसल, अयोध्या के निमंत्रण को लेकर बीजेपी विधायक रीवाबा जाडेजा और कांग्रेस नेता और उनकी ननद नयनाबा के बीच जुबानी जंग छिड़ गई है।
राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के लिए कांग्रेस नेताओं के निमंत्रण को खारिज करते हुए बीजेपी विधायक रिवाबा जाडेजा ने कहा कि जब भगवान श्री राम की बात आती है तो राजनीति नहीं की जानी चाहिए। यह कोई पार्टी कार्यक्रम नहीं, बल्कि भगवान श्रीराम और करोड़ों भारतीयों की आस्था का अवसर है।
कांग्रेस नेता नयनाबा ने भी बिना नाम बताए रीवाबा को नकद राशि दी और कहा कि हमें आपसे भक्ति और संस्कार सीखने की जरूरत नहीं है। मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा इसके पूर्ण निर्माण के बाद ही की जा सकेगी। शंकराचार्य समेत अन्य लोगों ने प्राण प्रतिष्ठा का बहिष्कार किया है। आपको कर्मकांड और धर्म में कोई रुचि नहीं है।
बता दें कि यह पहली बार नहीं है, जब ननद-भाभी के बीच इस तरह से जुबानी जंग हुई है। पहले भी कई बार दोनों के बीच की तकरार चर्चा का विषय बन चुकी है।
पिछले विधानसभा चुनाव में जब बीजेपी ने रिवाबा जड़ेजा को जामनगर उत्तर सीट से टिकट दिया था, तब भी नयनाबा ने तंज कसते हुए कहा था कि मेरी भाभी रिवाबा जाडेजा के जीतने की संभावना बहुत कम है। रिवाबा एक सेलिब्रिटी हैं, लेकिन लोग ऐसे स्थानीय नेता को जिताना चाहते हैं जो लोगों के लिए काम करे। इतना ही नहीं नैनाबा ने रिवाबा के खिलाफ चुनाव आयोग से शिकायत भी की कि वे बच्चों से चुनाव प्रचार करवा रही हैं।