18 अक्टूबर से शुरू होगा संचारी रोग नियंत्रण माह

18 अक्टूबर से शुरू होगा संचारी रोग नियंत्रण माह
District Magistrate

सहारनपुर [24CN]। जिलाधिकारी श्री अखिलेश सिंह ने 18 अक्टूबर 2021 से 17 नवम्बर 2021 तक चलने वाले ‘‘संचारी रोग नियंत्रण अभियान‘‘ को सफल बनाने में विभिन्न विभागों की कार्ययोजना अनुसार समन्वय स्थापित करते हुये सहयोग करने के निर्देश दिए। उन्होने कहा कि संचारी रोग तथा दिमागी बुखार पर नियंत्रण तथा त्वरित कार्यवाही एवं उपचार के लिए समस्त ए0बी0एस0ए0, समस्त सी0डी0पी0ओ0, समस्त बी0डी0ओ0 तथा सी0एच0सी0 एवं पी0एच0सी0 से बी0सी0पी0एम0, एच0ई0ओ0, एवं एच0एस0 को में प्रशिक्षण दिया जाए।

श्री अखिलेश सिंह कलेक्ट्रेट सभागार में संचारी रोग नियंत्रण अभियान की तैयारियों की समीक्षा के दौरान यह निर्देश दिए। उन्होने कहा कि अभियान में जनपद स्तर एवं ब्लॉक स्तर पर संक्रामक रोगों से बचाव के बारे में जानकारी दी जाए। समस्त ब्लॉकों में हाउस टू इस अभियान में ए0एन0एम0, आशा, एवं आगनवाडी के सहयोग से संक्रामक रोगो से बचाव के लिए सघन फीवर सर्वे किया जाये साथ ही प्रत्येक मकान से क्षय रोग के संभावित रोगियों के बारे में जानकारी लेते हुये वरिष्ठ अधिकारी को अवगत कराया जाए। उन्होने कहा कि अभियान के दौरान दिमागी बुखार के कारण दिव्यांग हुये व्यक्तियों की सूचना भी उपलब्ध करायी जाए।

नोडल अधिकारी वैक्टर बोर्न श्रीमती शिवांका गौड द्वारा संचारी रोग नियंत्रण अभियान के अन्तर्गत जे0ई0/ए0ई0एस0 रोग के बचाव एवं रोकथाम करने हेतु कार्ययोजना के अन्य विभागों की सहभागिता के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया। ग्रामों में ग्राम प्रधान इस अभियान के नोडल होगें। ग्राम स्तर पर साफ-सफाई, हाथ धोना, शौचालय की सफाई तथा घर से जल निकासी हेतु जन-जागरण के लिये प्रचार प्रसार, प्रधान वी0एच0एस0एन0सी0 के माध्यम से संचारी रोगों तथा दिमागी बुखार के रोकथाम हेतु ‘‘ क्या करें क्या न करें‘‘ का सधन प्रचार-प्रसार किया जायेगा। ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा फण्ड से फॉगिंग की व्यवस्था की जायेगी तथा स्वास्थ्य षिक्षा के अर्न्तगत ‘‘क्या करे क्या न करें‘‘ की जानकारी दी गयी तथा डब्लू0एच0ओ0/डी0एम0सी0 द्वारा इस अभियान का सर्वेलेन्स किया जायेगा। जिसकी रिर्पोट राज्य मुख्यालय को डब्लू0एच0ओ0 द्वारा प्रेशित की जायेगी। समस्त जनपद का जनपद एवं ब्लॉक स्तर पर इस अभियान में संचारी रोगों / जे0ई0/ए0ई0एस0 रोग से बचाव हेतु व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जायेगा।

इस बैठक में शिक्षा विभाग, कृषि विभाग, जल संस्थान, नगर निगम, पंचायत विभाग, महिला एवं बाल विकास, मनोरंजन विभाग, ग्राम विकास विभाग, सूचना विभाग, पशुपालन विभाग, मत्सय विभाग, स्वच्छ भारत मिशन, नागरिक सुरक्षा विभाग, एन0जी0ओ0, यूनिसेफ/कौर एवं आई0एम0ए0 के प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग किया।

क्या करें
1. दिमागी बुखार का टीका जरूर लगवाएं।
2. मच्छरों के काटने से बचें मच्छरदानी, मच्छर, अगरबत्ती या कॉयल वगैरह का प्रयोग करें। पूरे आस्तीन की कमीज, फुल पैट मोजे पहनें।
3. सुअरों को घर से दूर रखें। रहने की जगह साफ सुथरा रखें एवं जाली लगवायें।
4. पीने के लिए इंडिया मार्का हैण्ड पम्प के पानी का प्रयोग करें। पानी हमेशा ढक कर रखें छिछला हैण्ड पम्प के पानी को खाने पीने में प्रयोग न करें।
5. पक्के व सुरक्षित शौचालय का प्रयोग करे।
6. शौच के बाद व खाने के पहले साबुन से हाथ अवश्य धोयें।
7. नाखूनों को काटतें रहें। लम्बे नाख्ूानों से भोजन बनाने व खाने से भोजन प्रदूशित होता है।
8. दिमागी बुखार के मरीज को दाएं या बाएं करवट लिटाएं। यदि तेज बुखार हो तो पानी से बदन पोछते रहे।

क्या न करे-
9. बेहोशी व झटके की स्थिति में मरीज के मुॅह में कुछ भी नही डालें।
10. झोला छाप डाक्टरों के पास ना जायें।
11. घर के आस पास गंदा पानी इकट्ठा न होने दें।
12. इधर-उधर कूडा-कचरा व गंदगी न फेलायें।
13. खुले मैदान या खेतों में शौच न करें।