योग दिवस से स्थापित हुई भारतीय संस्कृति की विशेषता: शीतल टण्डन

योग दिवस से स्थापित हुई भारतीय संस्कृति की विशेषता: शीतल टण्डन
  • सहारनपुर में योग दिवस कार्यक्रम को सफल बनाने की शपथ लेते व्यापारी।

सहारनपुर। व्यापार मण्डल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व जिलाध्यक्ष शीतल टण्डन व जिला महामंत्री रमेश अरोड़ा ने कहा कि पूरे विश्व में 21 जून को मनाया जा रहा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस भारत के लिए एक राष्ट्रीय पर्व है, क्योंकि दुनिया ने योग को पहचाना है और भारत ही नहीं पूरे विश्व में स्वस्थ रहने के लिए योग की क्रिया श्रेष्ठ है। श्री टंडन व श्री अरोड़ा रेलवे रोड स्थित संगठन के जिला मुख्यालय पर आयोजित बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। बैठक में व्यापारी प्रतिनिधियों द्वारा योग के कार्यक्रमों में इस वर्ष की योग दिवस की थीम एक पृथ्वी-एक स्वास्थ्य के लिए योग को सफल बनाने के लिए संकल्प लिया।

बैठक को सम्बोधित करते हुए  श्री टण्डन ने कहा कि 20वीं सदी में जब योग को अंतर्राष्ट्रीय ख्याति मिलनी शुरू हुई तो इस पर सम्पन्न अनेक वैज्ञानिक शोधों ने यह साबित कर दिया कि आधुनिक जीवन में मानव को शारीरिक एवं मानसिक रूप से पूर्ण स्वस्थ रखने में योग ही सक्षम हैं और योग दिवस के कारण विश्व में भारतीय संस्कृति की विशेषता साबित हुई है। यह बहुत ही शुभ संयोग है। योग मनुष्य को आध्यात्मिकता की ओर ले जाता है, जो कि व्यक्ति को पूर्णतया प्रदान करती है। पूरी दुनिया ने योग की महत्ता को पहचाना है, जिस बात को वेदों में भारत के महान ऋषियों ने सदियों पहले कहा था पूरा विश्व समर्थन देने के साथ-साथ उसको अपना भी रहा है। श्री टण्डन ने कहा कि योग शास्त्र के अनुसार योग पांच प्रकार के होते हैं जिसमें हठ योग, ध्यान योग, कर्म योग, भक्ति योग और ज्ञान योग इसमें हठ योग का सम्बन्ध प्राण से, ध्यान योग का मन से, कर्म योग का क्रिया से, भक्ति योग का भावना से तथा ज्ञान योग का बुद्धि से सम्बन्ध है।

इस अवसर पर जिलाध्यक्ष शीतल टण्डन, जिला महामंत्री रमेश अरोडा, जिला कोषाध्यक्ष कर्नल संजय मिड्ढा, बलदेव राज खुंगर, भोपाल सिंह सैनी, संजीव सचदेवा, सन्नी मल्होत्रा, आकाश खुराना, मोहित वालिया, अनुज चैधरी, राजीव सचदेवा आदि व्यापारी प्रतिनिधि उपस्थित रहे।


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