रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया CMO का बाबू, भ्रष्टाचार निवारण संगठन टीम की रेड से मची खलबली

मृतक आश्रित कोटे से बोसकी कपिल ने नौकरी के लिए आवेदन किया था। वर्ष 2021 से वह मृतक आश्रित कोटे से नौकरी के लिए दफ्तरों के चक्कर काट रही थी, लेकिन कुछ नहीं हो सका। कुछ माह पहले सीएमओ कार्यालय में तैनात वरिष्ठ लिपिक राकेश कुमार से मुलाकात हुई। वरिष्ठ लिपिक ने नौकरी दिलाने का आश्वासन दिया। मृतक आश्रित कोटे से नियुक्ति की पत्रावली को अग्रसारित करने के लिए पचास हजार रुपये मांगे।
शिकायतकर्ता से 50 हजार रुपये पर बनी थी बात
रंगे हाथों किया गिरफ्तार
शिकायतकर्ता ने परेशान हो गया था। इसके बाद शिकायतकर्ता ने भ्रष्टाचार निवारण संगठन की टीम को सभी बातें बताई। भ्रष्टाचार निवारण संगठन सहारनपुर मंडल की टीम ने योजना बनाई। वरिष्ठ लिपिक ने शिकायतकर्ता को सीएमओ कार्यालय स्थित अपने दफ्तर में रकम लेकर बुलाया। जैसे ही वरिष्ठ लिपिक ने दस हजार रुपये लिए तो टीम ने छापामारी कर दी। टीम ने आरोपित वरिष्ठ लिपिक को दस हजार की रिश्वत के साथ रंगे हाथों पकड़ लिया। आरोपित के खिलाफ सदर बाजार थाने में केस दर्ज किया गया है।
बरेली से वर्ष 2021 में आया था आरोपित
आरोपित वरिष्ठ लिपिक ने शिकायतकर्ता से मृतक आश्रित कोटे की नियुक्त पत्रावली को अग्रसारित करने की एवज में दस हजार रुपये मांगे थे। शिकायतकर्ता को दस हजार रुपये लेकर वरिष्ठ लिपिक ने सीएमओ कार्यालय स्थित अपने दफ्तर में बुलाया था। इस दौरान वरिष्ठ लिपिक को दस हजार की रकम के साथ रंगे हाथों पकड़ लिया। शनिवार को आरोपित को कोर्ट में पेश किया जाएगा। जसपाल सिंह, प्रभारी भ्रष्टाचार निवारण संगठन सहारनपुर मंडल।