अंतिम संस्कार में शामिल होने जा रही सीएम योगी की मौसी को बॉर्डर पर रोका, मायूस होकर लौटीं

  • सीएम योगी की मौसी और उनके बड़े बेटे को उत्तरखंड बॉर्डर पर रोका
  • मौसी सरोज देवी और उनके बड़े बेटे सीएम योगी के पिता के अंतिम संस्कार में शामिल होने जा रहे थे
  • फिर बाद में जिला प्रशासन की ओर से एक गाड़ी भिजवाई गई

लॉकडाउन के बीच सीएम योगी आदित्यनाथ के पिता आनंद सिंह बिष्ट के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए सीएम की मौसी सरोज देवी अपने बड़े बेटे सत्येंद्र बिष्ट के साथ उत्तराखंड के लिए निकली थीं। लेकिन भगवानपुर पहुंचते ही बॉर्डर पर उत्तराखंड पुलिस ने उन्हें रोक दिया और वापस लौटा दिया। सरोज देवी के पास यहां के जिलाधिकारी कार्यालय की ओर से जारी पास भी था। मगर इसके बावजूद उन्हें प्रवेश नहीं मिल सका। इसके चलते सरोज देवी के साथ ही परिवार के अन्य लोग मायूस रहे।

सीएम योगी की मौसी सरोज देवी परिवार के साथ सहारनपुर के नवीन नगर में रहती हैं। सरोज देवी ने बताया कि योगी के पिता और उनके बहनोई के निधन की सूचना मिली तो वे अंतिम संस्कार के लिए ऋषिकेश से करीब 60 किलोमीटर दूर पौड़ी जिले के पंचूर गांव जा रहीं थीं। उनके साथ में बड़ा बेटा भी था।

सीएम से रिश्ता बताया, मगर पुलिसकर्मी नहीं माने
सरोज के मुताबिक बॉर्डर पर उत्तराखंड पुलिस को बताया गया कि वे सीएम योगी की मौसी हैं और जिला प्रशासन की ओर से जारी पास भी है। मगर पुलिस नहीं मानी तो वे सहारनपुर लौट आए। सरोज के मुताबिक इस बात का पता चलने के बाद जिला प्रशासन की ओर से बाद में एक गाड़ी भिजवाई गई। इसमें अब उनके बेटे सत्येंद्र और कवेंद्र गए हैं। उन्हें वहां न पहुंचने का मलाल है। सरोज ने यह भी कहा कि भगवानपुर में एक दरोगा नशे की हालत में नजर आया। उसने ही अधिक मनमानी की।


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