अयोध्या में प्रभु श्रीराम के दरबार पहुंचे सीएम योगी, मंदिर में की परिक्रमा, थोड़ी देर में करेंगे महाआरती
अयोध्या। आज (11 जनवरी) से रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का वार्षिकोत्सव शुरू हो गया है। इसे प्रतिष्ठा द्वादशी नाम दिया गया है। पुजारियों ने रामलला का पंचामृत से महा अभिषेक किया। रामलला का दूध, दही, घी, शहद, शक्कर से अभिषेक किया गया। फिर उन्हें गंगाजल से नहलाया गया। इसके बाद रामलला का श्रृंगार किया गया। उन्हें सोने और चांदी के तारों से बुने गए वस्त्र पहनाए गए हैं।राम लला की पगड़ी में हीरा जड़ा है। अब रामलला को भोग लगाया जा रहा है। सीएम याेगी भी प्रभु श्री राम के दरबार पहुंच गए हैं। उन्होंने रामलला के चरणों में मत्था टेका। अब महाआरती की तैयारी हो रही है। वे साधु संतों से मुलाकात कर रहे हैं। भोग लगाने के बाद रामलाल के पट खोले जाएंगे।
आज पहले दिन रामलला का महाभिषेक आस्था का केंद्र होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रामलला के अभिषेक के माध्यम से अपनी आस्था अर्पित करेंगे। वह रामलला की महाआरती करेंगे। थोड़ी ही देर में राम मंदिर में सीएम योगी पहुंचने वाले हैं। वहीं भक्तों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है।
आपको बता दें कि वार्षिकोत्सव पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर विकसित भारत की संकल्प सिद्धि में मदद करेगा। भक्तों के पहुंचने का सिलसिला जारी है। इसी बीच एक बालक भी राम मंदिर पहुंचा है जो प्रभु श्री राम की छवि का रूप धारण किए हुए हैं। बालक रूप में प्रभु श्रीराम को देखने के लिए लोगों की भीड़ जुट गई। पहली वर्षगांठ पर राम मंदिर को विदेशी फूलों से सजाया गया है। अयोध्या में इस समय 4 डिग्री तापमान है।
रामभक्तों की कम नहीं हुई आस्था
इस भीषण ठंड में भी राम भक्तों की आस्था कम नहीं हुई। दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, महाराष्ट्र समेत 10 राज्यों से भक्त दर्शन करने पहुंचे हैं। मंदिर ट्रस्ट के मुताबिक, राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के पहली वर्षगांठ पर 2 लाख से भक्त रामलला के दर्शन को आएंगे।
पीएम ने ट्वीट कर दी बधाई
आपको बता दें कि पीएम मोदी ने अपने एक्स हैंडल पर ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की प्रथम वर्षगांठ पर समस्त देशवासियों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं। सदियों के त्याग, तपस्या और संघर्ष से बना यह मंदिर हमारी संस्कृति और अध्यात्म की महान धरोहर है। मुझे विश्वास है कि यह दिव्य-भव्य राम मंदिर विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि में एक बड़ी प्रेरणा बनेगा।
वार्षिकोत्सव पर राम मंदिर में विराजमान रामलला पीतांबरी वस्त्र पहनकर अपने भक्ताें को दर्शन देंगे। इन वस्त्रों की बुनाई व कढ़ाई सोने-चांदी के तार से की गई है। साथ ही जगह-जगह चांदी की छाप भी बनाई गई है। देश विदेश से आए भक्त प्रभु श्रीराम के दर्शन को लालायित हैं। फिलहाल राम लला का महाभिशषेक शुरू हो चुका है। पुजारियों ने रामलला का पंचामृत अभिषेक किया। उनका दूध, दही, घी, शहद, शक्कर से अभिषेक किया गया। फिर उन्हें गंगाजल नहलाया गया।ट्रस्टी डॉक्टर अनिल कुमार मिश्र ने बताया कि महाभिषेक के दौरान मंदिर में लगभग 70 संत मौजूद रहेंगे। इसके अलावा यज्ञ मंडप व तीर्थ सेवा केंद्र के लिए कुल लगभग 26 यजमानों के नाम तय हैं। ये अलग अलग दिन यजमान के रूप में अनुष्ठान में प्रतिभाग करेंगे। प्रमुख यजमानों में अवध प्रांत के प्रांत संघ चालक सरदार स्वर्ण सिंह, लखनऊ के अरविंद जैन, बलरामपुर के अभिमन्यु सहित कई विशिष्टजन होंगे।
ये सभी अलग-अलग दिन यजमान के रूप में दायित्व का निर्वहन करेंगे। इसके अलावा एलएंडटी के इंजीनियर यजमान होंगे। यात्री सुविधा केंद्र में संयोजित होने वाले अखंड रामायण पाठ में डॉ. आशु शुक्ला व डॉ. चंद्रगोपाल पांडेय यजमान होंगे।
तीन दिनों तक श्रद्धालुओं को इलायची दाना के अतिरिक्त बेसन के लड्डू का प्रसाद भी बांटा जाएगा। श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट इसे कारसेवकपुरम में निर्मित करा रहा है। राम मंदिर में महाभिषेक व आरती के बाद संतों को भी प्रसाद भेंट किए जाने की योजना है। व्यवस्था से जुड़े विहिप नेता गोपाल राव ने बताया कि एक लाख लड्डू तैयार हो रहे हैं। हालांकि एक अन्य पदाधिकारी ने बताया कि कुछ भक्तों ने भी प्रसाद वितरण कराने की इच्छा व्यक्त की है।प्रतिष्ठा द्वादशी के तीन दिवसीय आयोजन में आमंत्रित अतिथियों को राम मंदिर परिसर में रंग महल बैरियर स्थित गेट संख्या-दो से प्रवेश दिया जाएगा। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित अन्य अति विशिष्ट अतिथि वीवीआइपी गेट संख्या-11 से ही राम मंदिर में जाएंगे। सुरक्षा कारणों से रामपथ पर स्थित गेट संख्या-तीन को आवश्यकता पड़ने पर ही खोला जाएगा। विशिष्ट अतिथियों के प्रवेश व निकास को लेकर शुक्रवार को भी श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारियों व सुरक्षा अधिकारियों के बीच मंथन हुआ। इसके बाद विशिष्ट अतिथियों को रंग महल बैरियर से राम मंदिर में प्रवेश दिए जाने पर सहमति बनी है।
सूत्रों ने बताया कि साधारण दर्शनार्थियों को राम मंदिर में दर्शन के लिए रामजन्मभूमि पथ से प्रवेश दिया जाएगा। रामलला के दर्शन के उपरांत उन्हें यात्री सुविधा केंद्र के पास स्थित प्रवेश द्वार से अंगद टीले की ओर निकाला जाएगा। यहां पर श्रद्धालु भोजन प्रसाद लेकर गंतव्य की ओर जाएंगे और बगल में बने विशाल पंडाल में मुख्यमंत्री का संबोधन सुन सकेंगे और श्रीरामकथा व सांस्कृतिक संध्या में भी सम्मिलित हो सकेंगे।