सीएम योगी मिथकों को धता बता 37 साल बाद रच रहे इतिहास
- लगभग 37 सालों बाद यूपी में सत्तारूढ़ पार्टी सत्ता में वापसी कर रही है. 1985 में कांग्रेस ने आखिरी बार सत्ता में वापसी की थी.
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड 2022 के विधानसभा चुनावों में इतिहास बना रहे हैं. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने सत्ता संभालते ही दो बड़े मिथक तोड़े थे. ये ऐसे मिथक थे जो उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के सियासी हलकों में नेताओं के लिए डर का कारण बने हुए थे. इसी तरह उत्तराखंड (Uttrakhand) के अस्तित्व में आने के बाद से भारतीय जनता पार्टी इस विधानसभा चुनाव में एक रिकार्ड बनाने जा रही है. मणिपुर समेत गोवा में भी बीजेपी शुरुआती रुझानों के आधार पर सत्ता में वापसी करती दिख रही है. पंजाब में आम आदमी पार्टी ने सत्ता में धमक के साथ आने का उद्घोष कर दिया है. कांग्रेस को इन पांच राज्यों में बहुत बड़ा नुकसान हो रहा है.
यूपी में 37 सालों बाद योगी करेंगे दोबारा सत्ता में वापसी
उत्तर प्रदेश में 2017 में योगी आदित्यनाथ की बतौर मुख्यमंत्री ताजपोशी ने तमाम राजनीतिक पंडितों को चौंका दिया था. उसके बाद योगी ने बतौर सीएम यूपी की सियासत के दो बड़े मिथक तोड़ने का काम किया. योगी मुख्यमंत्री रहते हुए नोएडा दौरे पर आए. एक बार
नहीं बल्कि कई बार. यूपी के सियासी गलियारों में यह मिथक था कि नोएडा दौरा करने वाले सीएम को सत्ता से हाथ धोना पड़ता है. इसके साथ ही आगरा से भी जुड़ा मिथक योगी ने तोड़ा. दोपहर 12 बजे तक रुझान बता रहे हैं कि यूपी में योगी सरकार की वापसी हो रही है. लगभग 37 सालों बाद यूपी में सत्तारूढ़ पार्टी सत्ता में वापसी कर रही है. 1985 में कांग्रेस ने आखिरी बार सत्ता में वापसी की थी.
उत्तराखंड में भी बीजेपी पहली बार वापसी कर बनाएगी इतिहास
यही हाल उत्तराखंड का है. गुरुवार के चार घंटों के रुझान बता रहे हैं कि उत्तराखंड में भी फिर से बीजेपी की सरकार आ रही है. गौरतलब है कि इस प्रदेश में कभी भी किसी पार्टी को दोबोरा सत्ता में आने का मौका नहीं मिला है. दूसरे शब्दों में कहें तो उत्तराखंड में सीएम बहुत तेजी से बदले जाते रहे हैं. बीजेपी ने बीते एक साल में उत्तराखंड में तीन बार सीएम बदले. त्रिवेंद्र सिंह रावत, तीरथ सिंह रावत के बाद पुष्कर सिंह धामी को विधानसभा चुनाव से पहले कमान सौंपी गई. माना जा रहा है कि बीजेपी आलाकमान का यह दांव सही पड़ा और उत्तराखंड में पहली बार कोई पार्टी सत्ता में वापसी कर रही है.