मेरठ। नोएडा के चर्चित श्रीकांत त्यागी प्रकरण में त्यागी समाज का धरना दूसरे दिन शुक्रवार को भी जारी रहा। लोग मुख्यमंत्री से मिलने की मांग पर अड़े रहे। मुख्यमंत्री के कमिश्नरी पहुंचते ही पुलिस ने धरने पर लगे लाउडस्पीकर की आवाज बंद करा दी। सीएम कमिश्नरी सभागार में अफसरों और जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर रहे थे और बाहर पार्क में त्यागी समाज के लोग भाजपा के विरोध में नारे लगाते रहे। पुलिस प्रशासन ने मुख्यमंत्री के काफिले को कमिश्नरी के मुख्य द्वार के बजाय दूसरे गेट से निकाल दिया। इस दौरान श्रीकांत की पत्नी अन्नू त्यागी ने आपबीती सुनाई। अनु ने सीएम से मुलाकात कराने की गुहार लगाई, लेकिन पुलिस ने उनकी एक न सुनी।
मांगेराम त्यागी के नेतृत्व में चल रहा धरना
नोएडा के श्रीकांत त्यागी प्रकरण में कमिश्नरी पार्क में भाकियू नेता मांगेराम त्यागी के नेतृत्व में गुरुवार से त्यागी समाज का धरना चल रहा है। सीएम के दौरे को देखते हुए गुरुवार देर रात तक अधिकारी धरना समाप्त करने की मान-मनौवल में लगे रहे, लेकिन कामयाबी नहीं मिली। पुलिस भी रातभर धरने पर डटी रही। पुलिस प्रशासन ने धरना और कमिश्नरी गेट के बीच गाड़ियों की कतार खड़ी कराकर मामले को छुपाने की कोशिश की।
अनु त्यागी से माइक छीना
मुख्यमंत्री के कमिश्नरी में प्रवेश करते ही पुलिस ने धरने के लाउडस्पीकर के तार हटा दिए, जिससे आवाज मुख्यमंत्री तक न पहुंचे। इसके बावजूद धरने पर भाषण और नारेबाजी जारी रही। इस दौरान श्रीकांत की पत्नी अनु त्यागी ने आपबीती सुनाई। वह भावुक भी हो गईं। अन्नू ने सीएम योगी से मुलाकात कराने की गुहार लगाई, लेकिन पुलिस ने उनकी एक न सुनी और माइक भी छीन लिया।
त्यागी समाज के लोगों को मोदीपुरम फ्लाईओवर के पास रोका
मुजफ्फरनगर से धरना-प्रदर्शन में शामिल होने आ रहे त्यागी समाज के लोगों को मोदीपुरम फ्लाईओवर के पास रोक दिया गया। दीपक त्यागी उर्फ बाबी त्यागी के नेतृत्व में ये लोग मेरठ आ रहे थे। इसके बाद ये लोग मोदीपुरम फ्लाईओवर के नीचे ही धरना देकर बैठ गए। फिर कुछ समय बाद दीपक त्यागी अपने साथियों के साथ पैदल ही धरने पर पहुंचे।
निशाने पर रहे महेश शर्मा और राजेंद्र अग्रवाल
धरने पर मेरठ-हापुड़ सांसद राजेंद्र अग्रवाल और गौतमबुद्धनगर के सांसद महेश शर्मा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। त्यागी समाज के लोगों का कहना था कि दोनों को सांसद बनाने में उनके समाज का अहम योगदान रहा है। धरने पर बैठे लोग एमएलसी अश्विनी त्यागी से भी खफा दिखे। उनका कहना था कि अश्विनी अपनी सरकार में त्यागी समाज का पक्ष नहीं रख पा रहे हैं। अन्नू त्यागी ने मांग उठाई कि महेश शर्मा के अस्पताल में निर्माण की जांच होनी चाहिए।