महाराष्ट्र: कोरोना की संभावित तीसरी लहर पर बोले CM उद्धव ठाकरे, कही यह बात

- इसके साथ ही लोगों में भी कोरोना संक्रमण को लेकर डर कम हो गया है. लेकिन वैज्ञानिक अभी भी कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर चेतावनी दे रहे हैं. इस बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने कहा कि केंद्र सरकार ने तीसरी लहर की आशंका जताई है
नई दिल्ली: कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बाद से देश में कोविड केस लगातार कम होते जा रहे हैं. यही वजह है कि अधिकांश राज्यों ने अपने यहां कोरोनो पाबंदियों को हटा लिया है. इसके साथ ही लोगों में भी कोरोना संक्रमण को लेकर डर कम हो गया है. लेकिन वैज्ञानिक अभी भी कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर चेतावनी दे रहे हैं. इस बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने कहा कि केंद्र सरकार ने तीसरी लहर की आशंका जताई है. यही नहीं केंद्र ने COVID-19 की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए राज्यों को एक को पत्र भी लिखा है. केंद्र ने राज्यों ने नाम इस पत्र में दही हांडी और गणेशोत्सव के दौरान होने वाली सभाओं से परहेज करने कहा है. सीएम ठाकरे ने कहा कि हमें यह पत्र उन्हें दिखाना चाहिए जो विरोध करना चाहते हैं.
आपको बता दें कि देश में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच दही हांडी (Dahi Handi) और गणेशोत्सव (Ganeshotsav) को लेकर महाराष्ट्र में कई जगह विरोध-प्रदर्शन जारी हैं. जिसको लेकर सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि हमें केंद्र सरकार की ओर से कोरोना की तीसरी लहर के संदर्भ आए पत्र को उन लोगों को दिखाना चाहिए जो विरो प्रदर्शन कर रहे हैं. आपको बता दें कि महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के संकट को देखते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे सरकार ने दही हांडी के कार्यक्रम पर रोक लगाई गई थी. महाराष्ट्र सरकार ने पिछले दिनों ही राज्य में इस कार्यक्रमों को पर रोक लगाने की घोषणा की थी. लेकिन इस मुद्दे को लेकर महाराष्ट्र में सरकार और विपक्ष आमने—सामने आ गया. जिसके चलते मुंबई में मंगलवार को भाजपा नेता राम कदम के घर पुलिस पहुंची. दरअसल, भाजपा नेता राम कदम ने मुंबई में दही हांडी कार्यक्रम मनाने का ऐलान किया था. जिसके चलते पुलिस अलर्ट मोड में आ गई और भाजपा नेता के आवास पर पहुंच गई.
राज्य सरकार के आदेश पर मुंबई पुलिस ने महाराष्ट्र नव निर्माण सेना के चार नेताओं के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. आपको बता दें कि मनसे नेताओं के खिलाफ यह मामला दो विभिन्न धाराओं में दर्ज किया गया है, जिनमें एक राज्य सरकार द्वारा जारी आदेश का उल्लंघन करना और दूसरा कोरोना संकट में भीड़ इकट्ठी करना है.