दिल्ली में अभी बाढ़ का खतरा नहीं, बैठक के बाद बोले सीएम केजरीवाल

दिल्ली में अभी बाढ़ का खतरा नहीं, बैठक के बाद बोले सीएम केजरीवाल

नई दिल्ली:  राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बीते कुछ दिनों से हो रही लगातार बारिश के बाद बिगड़े हालातों को लेकर सरकार और प्रशासन पूरी तरह तैयार है. इसी के चलते खुद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को सुबह एक आपात बैठक बुलाई. दिल्ली सचिवालय में आयोजित हुई इस बैठक दिल्ली सरकार के मंत्री और संबंधित सभी बड़े अधिकारी मौजूद रहे. इस दौरान मेयर शैली ओबेरॉय ने दिल्ली में बारिश के बाद के हालातों को स्थिति साफ की. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अधिकारियों से तुरंत व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने और अन्य जरूरी कदम उठाने की निर्देश दिए.

इसके साथ ही सीएम अरविंद केजरीवाल ने ये भी कहा कि, दिल्ली में दो दिन में रिकॉर्डतोड़ बारिश हुई है. इससे कई इलाकों में जल जमाव की स्थिति बन गई है. उन्होंने ये भी कहा कि दिल्ली में एक साथ हुई इतनी बारिश से निपटने के लिए पहले से ही किसी तरह की तैयारी नहीं की गई है. बैठक में केजरीवाल सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज और आतिशी भी प्रमुख रूप से मौजूद रहे.

बता दें कि इससे पहले सोमवार से ही आतिशी समेत आम आदमी पार्टी के कई नेताओं ने दिल्ली सड़कों पर मोर्चा संभाला. इन नेताओं ने कई इलाकों का निरीक्षण किया और संबंधित अधिकारियों को व्यवस्थाएं सुचारु करने के निर्देश भी दिए. हालांकि खुद आतिशी के घर के बाहर ही जल जमाव होने की वजह से कई लोगों ने इसको लेकर तंज भी कसे.

स्कूलों की छुट्टी, नेताओं और अधिकारियों की रद्द
बता दें कि एक दिन पहले ही बारिश की वजह से बिगड़े हालातों के चलते मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सभी मंत्रियों और नेताओं समेत अधिकारियों की रविवार की छुट्टी रद्द कर दी थी और सभी को व्यस्थाएं सुधारने से लेकर हर संभव मदद के लिए काम करने के निर्देश जारी किए थे. यही नहीं बारिश की वजह से राजधानी के स्कूलों में अगले आदेश तक छुट्टी का भी ऐलान कर दिया गया था.

बारिश पर क्या बोले सीएम केजरीवाल
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेस से बातचीत में बताया कि,  दो दिन में दिल्ली में 153mm बारिश हुई है. इतनी बारिश को बर्दाश्त करने के लिए दिल्ली का सिस्टम तैयार नहीं है. बीते कुछ वर्षों में तीन-चार ऐसे हालात हुए जम 100 एमएम बारिश क्रॉस कर गई. उस दौरान भी दिल्ली में ऐसे इलाके थे जहां जल जमाव होने के बाद आधे से एक घंटे में स्थिति ठीक हो गई. 100 से 125 एमएम बारिश को भी बर्दाश्त कर लिया गया था. 153 एमएम बारिश बहुत ज्यादा जिससे दिल्ली के लोगों को ज्यादा तकलीफ हुई.

क्या दिल्ली में बाढ़ का खतरा है?
सीएम केजरीवाल ने बताया कि इसके दो कारण देखना होते हैं, दिल्ली में कितनी बारिश हो रही है और बाकी राज्यों से कितना फर्क पड़ सकता है. बैराज हथनीकुंड से जो पानी छोड़ा जाता है उससे काफी फर्क पड़ता है. 2013 में 8 लाख क्यूसेक पानी यहां से छोड़ा गया. 2019 में 8.82 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया लेकिन बाढ़ नहीं आई. बीते दिन 45000 क्यूसेक पानी छोड़ा, इसके बाद 3 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा आज सुबह ढाईलाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. लेकिन अभी हालात नियंत्रित हैं. दिल्ली में 203.58 लेवल तक यमुना का स्तर पहुंचा है.

मौसम विभाग की चेतावनी के पूर्वानुमान हिसाब से अभी यमुना का स्तर बढ़ने की स्थिति फिलहाल नहीं है. लेकिन इसके बाद भी कुछ होता है तो उसके लिए हम पूरी तरह तैयार हैं. 206 मीटर अगर यमुना का स्तर क्रॉस करेगा तो हम पानी निकालना शुरू कर देंगे और लोगों को वहां से निकालना शुरू कर देंगे.

तैयारी पर पूरी नजर
– पीबडल्बयूडी के 680 पंप काम कर रहे हैं. 326 और स्टैंडबाय में लगा दिए गए हैं.
– कई इलाकों में सड़कों पर गड्डे हो गए हैं ऐसे में उनको पत्थरों के जरिये भरा जा रहा है.
ताकि किसी तरह की दुर्घटना ना हो.
– ड्रेन्स के होल्स को पूरी तरह साफ रखने की कोशिश की जा रही है. ताकि इनमें कोई कचरा या पन्नी फंसने से कोई दिक्कत ना आए.
– ट्रैफिक जाम से निपटने के लिए भी जरूरी बंदोबस्त किए जा रहे हैं ताकि लोगों को आवाजाही में दिक्कत ना हो.
– दिल्ली में तीन ऐसी लोकेशन है जहां रोड धंस गई उसकी जांच के आदेश दिए गए हैं. क्वालिटी ऑफ रोड से लेकर और कई कारण इसके पीछे हो सकते हैं जिन्हें खंगाला जा रहा है.


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