CM ममता को लेकर अभिषेक बनर्जी का बड़ा बयान, ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ और EVM पर दी तीखी प्रतिक्रिया
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (TMC) प्रमुख ममता बनर्जी को ‘इंडिया’ गठबंधन की कमान सौंपे जाने पर हो रही चर्चा के बीच पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और सांसद अभिषेक बनर्जी का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन इस मुद्दे पर चर्चा करेगा। ममता बनर्जी वरिष्ठतम नेता हैं, मु्ख्यमंत्री के तौर पर उनका यह तीसरा कार्यकाल है और वह पहले केंद्रीय मंत्री भी रह चुकी हैं। इसलिए इस पर विस्तृत चर्चा होनी चाहिए। कोई भी पार्टी को छोटा नहीं समझा जाना चाहिए। इंडिया गठबंधन में टीएमसी एकमात्र पार्टी है, जिसने बीजेपी के साथ-साथ कांग्रेस को भी हराया है। यह उनकी ताकत को दर्शाता है।
बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ अत्याचार पर टिप्पणी करते हुए अभिषेक बनर्जी ने कहा, “हमारी सरकार इस अत्याचार की कड़ी आलोचना करती है और केंद्र सरकार को इस पर कड़ा रुख अपनाना चाहिए। विदेश सचिव ने अपनी यात्रा के दौरान क्या बात की थी, उस पर स्पष्टता होनी चाहिए। उन्हें संसद में इसका जवाब देना चाहिए। विदेश मंत्री को इस मुद्दे पर बयान देना चाहिए।”
‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ पर तीखी प्रतिक्रिया
‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ पर अभिषेक बनर्जी ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “पश्चिम बंगाल में 2024 में सात चरणों में चुनाव हुए थे और 2021 में आठ चरणों में विधानसभा चुनाव हुए थे। आप 7-8 चरणों में चुनाव करा रहे हैं, तो पूरे देश में 140 करोड़ लोगों के लिए चुनाव एक साथ कैसे हो सकते हैं? यह लोगों के अधिकारों को छीनने का मामला है। यह अधिकार बीजेपी, कांग्रेस या टीएमसी ने नहीं, बल्कि संविधान ने 140 करोड़ भारतीय नागरिकों को दिया है। अगर मैं पांच साल में तीन-चार बार वोट करता हूं, तो सरकार की जवाबदेही बनी रहती है। यह बिल लोगों के अधिकारों को छीनने का प्रयास है और जब तक विपक्ष है, हम इसे पारित नहीं होने देंगे।”
EVM पर ओमर अब्दुल्ला के बयान पर भी बोले
वहीं, अभिषेक बनर्जी ने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के ईवीएम पर दिए बयान को लेकर कहा, “जो लोग EVM पर सवाल उठाते हैं, अगर उनके पास कुछ है तो उन्हें चुनाव आयोग को डेमो दिखाना चाहिए। अगर ईवीएम रैंडमाइजेशन ठीक से किया जाए और बूथ पर जो लोग काम करते हैं, वे मॉक पोल और गिनती के दौरान सही तरीके से जांच करते हैं, तो मुझे नहीं लगता कि इस आरोप में कोई दम है। अगर फिर भी किसी को लगता है कि EVM हैक की जा सकती है, तो उन्हें चुनाव आयोग से मिलकर यह बताना चाहिए कि कैसे EVM हैक हो सकता है। सिर्फ बेतुके बयान देने से कुछ नहीं हो सकता।” बता दें कि उमर अब्दुल्ला ने EVM को लेकर कहा था कि कांग्रेस अपनी कमजोरियों का ठीकरा ईवीएम पर फोड़ना बंद करे।