सफाई कर्मचारियों को सेवामुक्त किए जाने के विरोध में निगम कार्यालय पर गरजे सफाई संगठन

सफाई कर्मचारियों को सेवामुक्त किए जाने के विरोध में निगम कार्यालय पर गरजे सफाई संगठन
सहारनपुर में नगर निगम परिसर में आयोजित धरने को सम्बोधित करता वक्ता।

बिना किसी नोटिस व पूर्व सूचना के 19 सफाई कर्मचारियों को सीएलसी द्वारा सेवामुक्त किए जाने का मामला
उतर प्रदेशीय सफाई मजदूर संघ एवं अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस ने संयुक्त रूप से निगम कार्यालय में अनिश्चित कालीन धरना किया शुरू

सहारनपुर। बिना किसी नोटिस व पूर्व सूचना के 19 सफाई कर्मचारियों को सीएलसी द्वारा सेवामुक्त किए जाने के विरोध में आज उतर प्रदेशीय सफाई मजदूर संघ एवं अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस ने संयुक्त रूप से नगर निगम कार्यालय में अनिश्चित कालीन धरना शुरू कर दिया। ऐसे में बकरीद पर सफाई व्यवस्था रखना नगर निगम के लिए चुनौती बन सकता है। आज नगर निगम परिसर में सीएलसी द्वारा गैर कानूनी ढंग से 19 सफाई कर्मचारियों को सेवा मुक्त किए जाने के विरोध में आज सफाई संगठनों ने  धरना प्रदर्शन  किया।

मजदूर संघ के महामंत्री बृज मोहन चनालिया व नगर अध्यक्ष अंबर चंदल ने महापौर एवं नगरायुक्त से मांग करते हुए कहा कि सीएलसी प्रबंधक ने जो 19 सफाई कर्मचारियों को नौकरी से हटाया है, यह श्रम कानूनों का खुला मजाक है। जबकि श्रम कानूनों में जब कोई विभाग कर्मचारियों से 60 वर्ष की आयु से अधिक काम लेता है तो वह श्रम कानूनों का उल्लंघन नहीं है, उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि 19 परिवारों को भुखमरी  से बचाने के लिए सीएलसी प्रबंधक कर्मचारियों को काम पर वापस लें या फिर उनके परिवार के एक सदस्य को उनके स्थान पर नियुक्त किया जाए अन्यथा वे आंदोलन करने को मजबूर होंगे।

प्रदेश उपाध्यक्ष चेतन चनियाले,  राजकुमार बिरला, जिला महामंत्री सुनील घाघट, रघुवीर चंदेल, अविनाश बिरला ने कहा कि महानगर की जनसंख्या अधिक बढ़ गई है, ऐसे में जनसंख्या के अनुसार 2025 में सफाई कर्मचारियों को नियुक्त किया जाए। उन्होंने बताया कि एक बोर्ड  बैठक की मीटिंग होती है उसमें महापौर चाहे तो आउटसोर्सिंग ठेका प्रथा कर्मचारियों को तीस दिन तक  प्रतिदिन के हिसाब 30 रुपए  बढ़ा सकते हैं जो एक साल के लिए होते हैं। अन्य दूसरे जिलों में भी  महापौर द्वारा  ठेका प्रथा  कर्मचारी को 30 रुपए प्रतिदिन बढ़ाए गए हैं, पर सहारनपुर में महापौर अजय सिंह को कई बार इन कर्मचारियों के लिए अवगत कराया गया है परंतु महापौर ने आज तक इन कर्मचारियों के लिए कुछ नहीं किया है।

उन्होंने कहा कि महापौर अजय कुमार सिंह कर्मचारियों की अनदेखी कर रहे हैं। महेंद्र वेद व अंबर चंदेल ने कहा कि मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुसार आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को वेतन वृद्धि करते हुए 18 हजार का वेतन लागू किया जाए। इस दौरान कमल किशोर चंचल, सुनील रतनलाल, हिमांशु, मुकेश घावरी, राजकुमार चंदेल, राजकुमार, नाथीराम, कुलदीप हंस, मुनेश कुमार, तौसीफ अहमद, अजय महरौल  आदि मौजूद रहे। उधर सफाई कर्मचारियों के आन्दोलन के कारण बकरीद को देखते हुए सफाई को दुरुस्त रखना नगर निगम के लिए चुनौती बन सकता है।