मंगलवार को राज्यसभा में पेश हो सकता है नागरिकता संशोधन बिल, बीजेपी ने जारी किया व्हिप

मंगलवार को राज्यसभा में पेश हो सकता है नागरिकता संशोधन बिल, बीजेपी ने जारी किया व्हिप
  • लोकसभा से मंजूरी के बाद मंगलवार को राज्यसभा में पेश हो सकता है नागरिकता संशोधन विधेयक
  • भारतीय जनता पार्टी ने 10 और 11 दिसंबर के लिए जारी किया व्हिप, सभी सांसदों को सदन में उपस्थित रहने के निर्देश
  • सोमवार रात लोकसभा में पारित हुआ था नागरिकता संशोधन बिल, पक्ष में पड़े 311 सांसदों के वोट
  • राज्यसभा में बिल को पास कराने के लिए आश्वस्त दिख रही बीजेपी, गैर बीजेपी दल भी कर सकते हैं समर्थन

नई दिल्ली: लोकसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक को मंजूरी मिलने के बाद अब केंद्र सरकार ने इसे राज्यसभा में भी पास कराने की तैयारी शुरू कर दी है। सोमवार को संसद में 311 वोटों के साथ बिल को मजूरी मिलने के बाद अब बीजेपी ने 10 और 11 दिसंबर को अपनी पार्टी के राज्यसभा सांसदों के लिए व्हिप जारी किया है। माना जा रहा है कि मंगलवार को ही इस विधेयक को राज्यसभा में वोटिंग के लिए प्रस्तुत किया जा सकता है।

इससे पहले सोमवार को लोकसभा में इस बिल को पेश किया गया। बिल पर देर रात तक चली बहस के बाद रात करीब पौने 12 बजे वोटिंग की प्रक्रिया को पूरा कराया गया। बिल के पक्ष में कुल 311 वोट पड़े, वहीं विपक्ष में सिर्फ 80 वोट की पड़ सके। खास बात यह कि नीतीश कुमार के जनता दल यूनाइटेड और रामविलास पासवान के दल ने बिल के पक्ष में वोट किया। इसके अलावा शिवसेना, बीजेडी और वाईएसआर कांग्रेस जैसी गैर बीजेपी पार्टियों ने भी बिल के पक्ष में ही वोट दिया। 120 सदस्यों के समर्थन की दरकार
लोकसभा में बिल को मंजूरी मिलने के बाद बीजेपी राज्यसभा में भी इसे पास कराने को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त दिख रही है। पार्टी को बहुमत के लिए जितनी सीटों की दरकार है, वह एनडीए के दलों के अलावा शिवसेना, वाईएसआर कांग्रेस और बीजू जनता दल के समर्थन के साथ आसानी से पूरी हो सकती है। राज्यसभा में नागरिकता संशोधन बिल को पास कराने के लिए बीजेपी को 239 सीटों के सापेक्ष 120 सीटों के आंकड़े को अपने पक्ष में करने की जरूरत है।

जेडीयू और बीजेडी भी पक्ष में
बीजेपी के पास अभी राज्यसभा में 83 सांसद हैं। इसके अलावा जनता दल यूनाइटेड के 6, एआईएडीएमके के 11 और अकाली दल के 3 सांसद एवं 12 नामित सांसदों का समर्थन भी बीजेपी के पक्ष में है। इन सब के अलावा नवीन पटनायक की पार्टी बीजेडी और वाईएसआर कांग्रेस भी इस बिल का राज्यसभा में समर्थन कर सकती है। इस तरह यह माना जा रहा है कि बीजेपी राज्यसभा में बिल को आसानी से पास कराने में कामयाब हो सकेगी।