चीन ने भारत को दिए ब्रह्मपुर में जल की मात्रा, प्रवाह से जुड़े आंकड़े, जानें क्या है इस डेटा की जरूरत

चीन ने भारत को दिए ब्रह्मपुर में जल की मात्रा, प्रवाह से जुड़े आंकड़े, जानें क्या है इस डेटा की जरूरत

 

  • चीन ने भारत को ब्रह्मपुत्र नदी के प्रवाह और जल की मात्रा से संबंधित जानकारी दी
  • चीन हर वर्ष बारिश के मौसम में नदी में जल की मात्रा और उसके प्रवाह की जानकारी देता है
  • भारत इन आंकड़ों के जरिए पूर्वोत्तर के राज्यों में बाढ़ की आशंका आदि का अनुमान लगाता है

नई दिल्ली
चीन (China) ने शुक्रवार से ब्रह्मपुत्र (Brahmaputra) नदी में जल की मात्रा और उसके प्रवाह से जुड़े आंकड़े भारत के साथ साझा करना शुरू कर दिया। अधिकारियों ने बताया कि हर साल बारिश के मौसम में चीन नदी में जल की मात्रा और उसके प्रवाह से जुड़े आंकड़े साझा करता है और भारत इसके माध्यम से पूर्वोत्तर के राज्यों में बाढ़ (Flood in States) की आशंका आदि का अनुमान लगाता है।

जल शक्ति मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि ब्रह्मपुत्र की मुख्यधारा में स्थित तीन हाड्रोलॉजिकल केंद्रों नुगेशा, यांगकुन और नुक्सिया से प्राप्त आंकड़े साझा करेगा। ब्रह्मपुत्र नदी को चीन में यारलुंग जांगबो के नाम से जाना जाता है। अधिकारी ने बताया कि सतलुज नदी के संबंध में चीन त्साडा केंद्र से प्राप्त आंकड़े साझा करेगा। इस नदी को चीन में लांगकेन जांगबो के नाम से जाना जाता है।

एशिया की सबसे बड़ी नदियों में ब्रह्मपुत्र
इन सबके बीच यह जानना भी जरूरी है कि ब्रह्मपुत्र एशिया की सबसे बड़ी नदियों में से एक है, जो तिब्बत से निकलती है। इसके बाद भारत आती है और बांग्लादेश में जाने के बाद वह गंगा से मिल जाती है। फिर यह नदी बंगाल की खाड़ी में गिरती है।