1962 में चीन ने धोखा दिया, वो जमाना गया… आज हमने चूड़ियां नहीं पहनी: फारुख अब्दुल्ला

1962 में चीन ने धोखा दिया, वो जमाना गया… आज हमने चूड़ियां नहीं पहनी: फारुख अब्दुल्ला

फारुख अब्दुल्ला ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि यूक्रेन युद्ध को खत्म करने में पीएम मोदी काफी काम कर सकते हैं, क्योंकि यह दोनों के दोस्त हैं. पीएम मोदी अमेरिका और रूस दोनों के दोस्त हैं.

जम्मू कश्मीर नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख फारुख अब्दुल्ला ने चीन को आड़े हाथों लिया है. चीन को जवाब देते हुए फारुख ने कहा कि बॉर्डर पर अपनी जान देकर देश को बचाने के लिए फौज खड़ी है. उन्होंने कहा कि मैं भी देखता हूं कि चीन कैसे आगे आएगा. वह जमाना गया, आज हमने चूड़ियां नहीं पहन रखी हैं. फारुख अब्दुल्ला ने चीन को चेतावनी देते हुए कहा कि आज हम सब आक्रमण के लिए तैयार हैं और अगर चीन समझता है कि हम कमजोर हैं तो वह गलतफहमी में है.

संसद सत्र के बाद बातचीत में फारुख ने कहा कि 1962 में हमें चीन की मंशा के बारे में पता नहीं था. हम तो हिंदी-चीनी भाई-भाई करते थे. उन्होंने बताया, “मैं भी कॉजेल में था और उस समय हम चीनी और हिंदुस्तानी झंडे निकालकर हिंदी-चीनी भाई-भाई करते थे, लेकिन किसी को पता नहीं था कि वह पंचशील में हमको धोखा देगा.”

मोदी खत्म कराएंगे यूक्रेन वॉर

चीन के साथ व्यापार पर फारुख अब्दुल्ला ने कहा कि यह आपको जारी रखना पडेगा. हमारी गाड़ियां बंद हो जाएंगी, वह सामान वहां से आता है. बातचीत से हम सभी चीजों का समाधान निकालते हैं और खुद पीएम मोदी ने भी कहा था कि युद्ध का जमाना चला गया. मुझे उम्मीद है कि जो जी-20 की अध्यक्षता हमारे पास आई है, उसके बाद पीएम कई मसलों को सुलझाएंगे और मुझे उम्मीद है कि यूक्रेन युद्ध को खत्म करने में पीएम मोदी काफी काम कर सकते हैं, क्योंकि यह दोनों के दोस्त हैं. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी अमेरिका और रूस दोनों के दोस्त हैं.

शाहरुख की फिल्म पर बेवजह बवाल

बॉलिवुड फिल्म पठान पर जारी विवादों पर भी फारुख अब्दुल्ला ने टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि शाहरुख ने एक फिल्म बनाई है, उसमें कपडों को लेकर बवाल मचा हुआ है, यह सही नहीं है. उन्होंने कहा कि रंगों को हिंदू-मुसलमान में बांटना सही नहीं है.

क्या मरने जाएंगे कश्मीरी पंडित

फारुख अब्दुल्ला ने जम्मू कश्मीर से धारा 370 को खत्म किए जाने के मामले पर भी टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि सरकार ने कहा था कि अगर 370 खत्म हो जाएगा तो आतंकवाद बंद हो जाएगा, लेकिन कितने दिन हुए 370 को खत्म हुए परन्तु आतंकवाद खत्म नहीं हुआ. क्या कश्मीरी पंडित मरने के लिए नौकरी पर जाएंगे.