साहित्यिक पाठ प्रतियोगिता में बच्चों ने दिखाई प्रतिभा

सहारनपुर [24CN]। नगर की प्रमुख शिक्षण संस्था सरस्वती विहार सीनियर सेकेंड्री स्कूल में आयोजित हिंदी साहित्यिक पाठ प्रतियोगिता में बच्चों द्वारा अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया गया।

दिल्ली रोड स्थित सरस्वती विहार सीनियर सेकेंड्री स्कूल में आयोजित हिंदी साहित्यिक पाठ प्रतियोगिता का शुभारम्भ प्रधानाचार्य राजीव शुक्ला, को-आर्डिनेटर सुखविंदर सिंह घई व श्रीमती सविता गुप्ता ने मां सरस्वती के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्जवलित करके किया।

प्रतियोगिता के प्रथम वर्ग में कक्षा 1 की छात्रा गजलीन कौर वाजवा ने जल ही जीवन है जैसे महत्वपूर्ण विषय पर कविता सुनाई। कक्षा 1 के आयुष्मान ने आसमान में चम-चम तारे व कक्षा 2 के छात्र अक्षित ने मिर्च की वेशभूषा में मिर्च की ही कविता सुनाई। रवि बजाज ने गुरू, परी सचदेवा ने शिक्षक तथा शताक्षी ने शिक्षा पर मनमोहक कविता के रूप में विचार व्यक्त किए। कक्षा 3 के गुलशन बत्ता ने पर्वत की सीख के रूप में कविता सुनाई।

प्रतियोगिता के द्वितीय वर्ग में कक्षा 4 के अंश सैनी ने ऐसी वाणी बोलिए, मन का आपा खोए, ऋषभ गुम्बर ने तुलसीदास का दोहा-तुलसी संसार में भांति-भांति के लोग सुनाकर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया।

आयुष पंवार ने बोली की मिठास के बारे में दोहा सुनाया। कक्षा 5 के निकुंज चंडोक ने दु:ख में सुमिरन करे सब, सुख में करे न कोय, सक्षम त्यागी ने बुरा देखन मैं चला, बुरा न मिले कोय, वैभव डबास ने संतों की महिमा पर दोहा सुनाया।

कक्षा 6 के प्रखर भारद्वाज ने गुरू महिमा तथा ऋषि सोनी ने बड़ा हुआ तो क्या हुआ जैसे पेड़-खजूर तथा साक्षी गुम्बर ने पौथी पढ़-पढ़ जग मुआ पंडित भया न कोय दोहे को सुंदर रूप में प्रस्तुत किया। तृतीय वर्ग में कक्षा 7 के निर्मित अचरेजा ने धन-धान्य प्रयोगेषु विधाया: संग्रहेषु च नामक दोहा सुनाया।

प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में श्रीमती पीयूष प्रभा, नीना भाटिया व सरबजीत कौर रही। प्रधानाचार्य राजीव शुक्ला ने कहा कि हिंदी साहित्य पाठ पढ़ें और पढ़ाएं क्योंकि हिंदी में हर शब्द का एक विशेष महत्व होता है। इस दौरान भारी संख्या में छात्र-छात्राएं व शिक्षिकाएं मौजूद रही।