लखनऊ। राज्य सरकार के मंत्रियों को शुचिता का पाठ पढ़ाने के साथ उन्हें मंडलों के भ्रमण का निर्देश देने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को फील्ड के अफसरों के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग कर उन्हें सुशासन का मंत्र देंगे।

मुख्यमंत्री ने मंगलवार को मंत्रिपरिषद की विशेष बैठक में कैबिनेट मंत्रियों की अगुआई में 18 मंत्री समूह गठित करते हुए प्रत्येक समूह को शुक्रवार से रविवार तक मंडलवार भ्रमण करने का निर्देश दिया है। मंत्री समूह में शामिल मंत्रियों को मंडल व जिलों के भ्रमण के दौरान मंडलीय समीक्षा बैठक करनी है, जन चौपाल लगानी है, सरकारी योजनाओं का हाल जानना है और ब्लाक व तहसीलों का आकस्मिक निरीक्षण करना है।

माना जा रहा है कि बुधवार शाम छह बजे प्रदेश के सभी मंडलायुक्तों, जिलाधिकारियों, उप जिलाधिकारियों, अपर पुलिस महानिदेशकों, पुलिस आयुक्तों, पुलिस महानिरीक्षकों, पुलिस उप महानिरीक्षकों, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों, पुलिस अधीक्षकों, अपर पुलिस अधीक्षकों, क्षेत्राधिकारियों और खंड विकास अधिकारियों के साथ होने वाली वीडियो कान्फ्रेंसिंग में मुख्यमंत्री उन्हें इसी संदर्भ में आवश्यक दिशा निर्देश देंगे।

कैबिनेट मंत्रियों को मंडल क‍िए थे आवंटित : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंडलों के दौरे के लिए कैबिनेट मंत्रियों को मंडल आवंटित कर दिए हैं। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को आगरा व ब्रजेश पाठक को वाराणसी, सूर्य प्रताप शाही को मेरठ, सुरेश कुमार खन्ना को लखनऊ, स्वतंत्र देव सिंह को मुरादाबाद, बेबी रानी मौर्य को झांसी, लक्ष्मी नारायण चौधरी को अलीगढ़, जयवीर सिंह को चित्रकूट, धर्मपाल सिंह को गोरखपुर, नंद गोपाल गुप्ता नंदी को बरेली, भूपेंद्र सिंह चौधरी को मीरजापुर, अनिल राजभर को प्रयागराज, जितिन प्रसाद को कानपुर, राकेश सचान को देवीपाटन, अरविंद शर्मा को अयोध्या, योगेन्द्र उपाध्याय को सहारनपुर, आशीष पटेल को बस्ती और संजय निषाद को आजमगढ़ मंडल की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

मंत्रियों को दौरे में करना होगा इनका पालन : मुख्यमंत्री का निर्देश है कि सभी मंत्री अपने भ्रमण के दौरान जन चौपाल का कार्यक्रम अवश्य करें। इसके साथ ही सीधा जनता से संवाद करें। किसी एक विकास खंड/तहसील के औचक निरीक्षण करे। दलित/मलिन बस्ती में सहभोज का कार्यक्रम रखें।

विकास कार्यों का स्थलीय निरीक्षण करें। गुणवत्ता की परख करें। शासन की लोक कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों से भेंट करें। कानून व्यवस्था की समीक्षा करते हुए महिला सुरक्षा के मामलों, एससी/एसटी के प्रकरणों में अभियोजन की स्थिति, पुलिस पेट्रोलिंग, बाल यौन अपराधों, व्यापरियों की समस्याओं, गैंगस्टर पर कार्रवाई आदि का पूरा विवरण देखें।

मंत्री समूहों के हर सदस्य को रात्रि विश्राम किसी जिले में ही करना होगा। रात्रि विश्राम सरकारी अतिथि गृह में ही करना सुनिश्चित करें। हर टीम अपनी भ्रमण रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय के समक्ष प्रस्तुत करेगी। मंत्रिपरिषद की बैठक में मंत्री समूह की आकलन रिपोर्ट पर चर्चा होगी। तदनुसार जनहित में और कदम उठाए जाएंगे।