मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की मेरठ की समीक्षा, प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर उठाए सवाल

कोरोना वायरस को जिले में कंट्रोल करने के लिए भेजे गए नोडल अधिकारी/प्रमुख सचिव सिंचाई टी. वेंकटेश के साथ लखनऊ से भी मेरठ में नजर रखी जा रही है। मुख्यमंत्री ने विशेष तौर पर सात जिलों की समीक्षा में मेरठ की रिपोर्ट भी तलब की है।

वहीं, गाजियाबाद के लोनी की रहने वाली महिला को मेरठ मेडिकल कॉलेज में सही से इलाज न मिलने का मामला भी गर्मा गया है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर सरकार से सवाल किया है।

पिछले दिनों भी मुख्यमंत्री मेरठ की प्रगति रिपोर्ट से खुश नहीं थे। इसके बाद उन्होंने यहां अधिकारियों के बीच समन्वय बनाने के लिए वरिष्ठ अधिकारी को भेजने का प्लान तैयार किया था। जिससे मेरठ को कोरोना वायरस से बचाया जा सके। सोमवार को एक बार फिर उन्होंने आगरा, गाजियाबाद सहित मेरठ को विशेष तौर पर प्रगति रिपोर्ट जानने की कोशिश की। मुख्यमंत्री का विशेष ध्यान शहर में बनाए गए हॉटस्पॉट पर व्यवस्था को बनाने पर है। उन्होंने कहा कि शहर में जहां- जहां हॉटस्पॉट बने हैं, वहां होम डिलीवरी, सैनिटाइजेशन की सुविधा शत-प्रतिशत की जाए। हॉटस्पॉट को जल्द से जल्द ग्रीन जोन में तब्दील किया जाए।

प्रियंका ने किए दो ट्वीट  
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर प्रदेश सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने गाजियाबाद पीड़ित परिवार का वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा कि इनकी पत्नी को जहां इलाज के लिए ले जाया गया है, वहां व्यवस्था जीरो है। इस व्यवस्था में सुधार होना चाहिए। दूसरे ट्वीट में पीपीई किट पर सवाल उठाते हुए प्रदेश सरकार को घेरा। लिखा कि हैरानी की बात ये है कि यूपी सरकार को ये घोटाला परेशान नहीं कर रहा है। खराब किट की खबर बाहर कैसे आ गई, सरकार इससे परेशान है। ये तो अच्छा हुआ कि खबर बाहर आ गई वरना खराब किट का मामला पकड़ा ही नहीं जाता। ऐसे ही रफा-दफा हो जाता। क्या दोषियों पर कार्रवाई होगी? पिछले दिनों घटिया पीपीई किट की आपूर्ति को लेकर मेरठ और नोएडा के मेडिकल कॉलेजों के प्राचार्यों ने महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा केके गुप्ता को पत्र लिखे थे। पत्र में पीपीई किट के खराब होने और आकार में छोटे होने की शिकायत की गई थी।

सांसद ने प्रमुख सचिव से की बात  
सांसद राजेन्द्र अग्रवाल ने भी नोडल अधिकारी/प्रमुख सचिव परिवहन टी. वेंकटेश से फोन पर वार्ता की। उन्होंने भी मेरठ मेडिकल कॉलेज में बिगड़ती व्यवस्था पर सवाल किया। वहीं कहा कि ऐसे समय पर पीएचसी, सीएचसी के डॉक्टर सहित अन्य डॉक्टरों को भी जोड़ना होगा। टेस्टिंग में भी तेजी लानी होगी। उन्होंने नोडल अधिकारी से किसानों का दूध न उठने की समस्या को भी रखा। उन्होंने कहा कि पराग, अमूल, कैलाश डेयरी किसानों से दूध लेकर पाउडर आदि बनाएं। जिससे किसान को परेशानी न हो। बुक पब्लिशर्स की मांग को भी नोडल अधिकारी को बताया। बुक पब्लिशर्स का कहना है कि लॉकडाउन से पहले हमारी किताबें तैयार थीं, जो वैसे ही रखी हुई हैं। हमें इन किताबों को स्कूल तक पहुंचाने की अनुमति दी जानी चाहिए। सांसद द्वारा बताई गई इन समस्याओं के निस्तारण के लिए नोडल अधिकारी ने लखनऊ जाकर वार्ता करने का आश्वासन दिया है।


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