‘मुख्यमंत्री जी धन्यवाद, मेरे पति को आज…’, फैसला सुनने के बाद डबडबा गईं रामगोपाल की पत्नी की आंखें
बहराइच। घड़ी में शाम के साढ़े पांच बज रहे थे कि इसी बीच न्यायालय परिसर में मौजूद रामगोपाल की पत्नी रोली के पास अचानक भीड़ बढ़ने लगी। बढ़ती भीड़ को देख पहले ही रोली को यह आभास हो गया कि फैसला कोई एतिहासिक ही आया है।
एक साथ कई स्वर में आवाज रोली के कानों तक पहुंची कि उसकी मांगी हुई मुराद पूरी हो गई। एक दोषी को फांसी व अन्य नौ को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। यह बात सुनते ही रोली की आंखों से आंसू छलक उठे। अपने आप को काबू करते हुए रोली ने कहा कि पहला शब्द यही कहा कि धन्यवाद मुख्यमंत्री जी, आज मेरे पति को सच्ची श्रद्धाजंलि मिली है।
न्यायालय परिसर में रोली दोपहर के बाद पहुंची, लेकिन मीडिया के सामने वह फैसला आने के बाद ही आई। आंखों में आंसू लिए रोली ने कहा कि करीब 14 माह से इस फैसले का इंतजार बड़े ही बेसब्री से रहा। जिस तरह हमारे पति की गोली मारकर हत्या की गई थी। ऐसे जघन्य वारदात के लिए फांसी व उम्रकैद की सजा से मैं पूरी तरह संतुष्ट हूं।
उन्होंने कहा कि भगवान के घर देर है, लेकिन अंधेर नहीं है। मुझे न्यायालय व योगी सरकार पर पूरा भरोसा रहा। अदालत के इस फैसले ने मुझे एक नई जिंदगी देने का काम किया है।
अगर मौका मिला तो मुख्यमंत्री जी से मिलकर उनको इस न्याय के लिए धन्यवाद भी ज्ञापित करना चाहती हूं। आज मेरे पास और कुछ कहने के लिए ज्यादा शब्द नहीं हैं, लेकिन मेरे दिल को इस बात की सुकून है कि मेरे पति को आज सच्ची श्रद्धांजलि मिली होगी।
हर दर्द को शब्द में नहीं बयां कर सकते
रोली ने कहा कि घटना के बाद आज तक वह दिन हम नहीं भूल सके है। इस दिन तक पहुंचने के लिए हर दिन मेरे लिए एक नया दर्द बना रहता था, बस भगवान पर भरोसा था कि मेरे साथ अब इससे ज्यादा नाइंसाफी नहीं हो सकती। मै अब हर दर्द को शब्दें में बयां नहीं कर सकती।
