छत्तीसगढ़: जवानों में नशे की लत सुधारने का काम तेज, भेजा जाएगा नश मुक्ति केंद्र; तैयार हो रही सूची

छत्तीसगढ़: जवानों में नशे की लत सुधारने का काम तेज, भेजा जाएगा नश मुक्ति केंद्र; तैयार हो रही सूची

रायपुर । छत्तीसगढ़ में शराब के आदी हो चुके वर्दी वालों की लत छुड़ाने के लिए राज्य पुलिस ने पहल की है। इसके लिए राज्य पुलिस और राज्य सशस्त्र बल (छसबल) में शराब के लती पुलिस वालों की पहचान की जा रही है। विशेषज्ञों के सहयोग से लत छुड़ाने के लिए रायपुर में उक्त जवानों की काउंसिलिंग कराई जाएगी। आवश्यकतानुसार वर्दीवालों को नशा मुक्ति केंद्र भी भेजा जाएगा।

इस संबंध में पुलिस मुख्यालय में डीआइजी (छसबल) ने राज्य के सभी पुलिस अधीक्षकों, राज्य सशस्त्र बल के जवानों, कांग्रेस स्थित जंगलवार फेयर कालेज के सेनानी के साथ ही एसटीएफ को भी पत्र भेजा है। उनसे अत्यधिक शराब पीने और शराब के आदी हो चुके अधिकारियों और कर्मचारियों की सूची तैयार कर पुलिस मुख्यालय (पीएचक्यू) को भेजने के लिए कहा है। पीएचक्यू ने एसपी और सेनानी से ऐसे पुलिस वालों के नाम के साथ ही उनकी जन्म तिथि, भर्ती तिथि, वर्तमान तैनाती के साथ ही रिमार्क भी मांगा है।

डीजीपी अवस्थी को संवेदना कार्यक्रम के दौरान शराबी पुलिस वालों को लेकर कई शिकायतें मिली हैं। इसके बाद इसी महीने चार फरवरी को पीएचक्यू में हुए वार्षिक सेनानी सम्मेलन ‘स्पंदन’ में भी यह मुद्दा उठा। फिडबैक के आधार पर डीजीपी ने चर्चा की तो सेनानियों ने भी इसे गंभीर समस्या माना। हालांकि उन्होंने यह भी दावा किया कि ऐसे लोगों की संख्या बहुत ज्यादा नहीं है, लेकिन हर बटालियन में एक-दो ऐसे लोग तो हैं ही। इसी बैठक में तय हुआ कि वर्दी वालों की शराब की तल छुड़ाने के लिए राज्य में पुलिस कैंप लगाकर काउंसिलिंग कराई जाएगी।

शिकायतों के आधार पर पहल

पुलिस कर्मियों और उनके स्वजनों की समस्या तथा शिकायतें सुनने के लिए राज्य पुलिस ने साप्ताहिक कार्यक्रम शुरू किया है। इसे ‘संवेदना’ नाम दिया गया है। इसके तहत डीजीपी अवस्थी वीडियो कालिंग के माध्यम से सीधा संवाद करते हैं। इसी कार्यक्रम के दौरान कई पुलिसकर्मियों की पत्नियों ने शराब से उत्पन्न समस्याओं की शिकायत की थी। कई महिलाओं ने मारपीट करने और कुछ ने पति के शराब पीने की वजह से घर की आर्थिक स्थिति खराब होने की बात डीजीपी को बताई है।

छत्तीसगढ़ पुलिस बेहतर पुलिसिंग के साथ-साथ पुलिस कर्मियों के परिवार वालों की भी चिंता कर रही है। संवेदना कार्यक्रम में लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि पुलिसकर्मी अपने परिवार वालों और समाज के साथ शराब पीकर विवाद कर रहे हैं। अभी सभी शराब पीने वाले पुलिस कर्मियों का डाटा एकत्र किया जा रहा है। भविष्य में बेहतर कार्ययोजना बनाकर उनके सुधार की दिशा में काम किया जाएगा।


विडियों समाचार