लोक आस्था के महापर्व छठ का आज विधिवत् समापन हुआ

लोक आस्था के महापर्व छठ का आज विधिवत् समापन हुआ
  • उगते सूर्य को अघ्र्य देेने जाती श्रद्धालुजन महिलाएं

सहारनपुर [24CN]। लोक आस्था के महापर्व छठ का आज विधिवत् समापन हो गया और उगते सूरज को श्रद्धालुओं ने अघ्र्य दिया और अपना निर्जला व्रत खोल बच्चों के दीर्घायु होने की कामना की। इस दौरान छठ मैया के गीतों पर वातावरण गुंजायमान रहा। श्रद्धालुओं द्वारा कोविड-19 की गाइड लाइन का भी पूर्णतः अनुपालन किया गया।
आज गंगोह नकुड़ मार्ग स्थित मानकमउफ रोड बड़ी नहर पर सुबह सवेरे से ही श्रद्धालुओ का आवागमन शुरू हो गया था। जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया, वैसे-वैसे श्रद्धालुओं की भीड भी घाटों पर जुटनी शुरू हो गयी थी और उदय होते सूर्य की उपासना कर श्रद्धालुओं ने पूर्ण आस्था के साथ अघ्र्य दिया और बच्चों के दीर्घायु की कामना करते हुए छठ मैया की पूरी आस्था के साथ पूजा अर्चना की।

आज सुबह से ही बड़ी नहर मानकमऊ स्थित छठ पूजा घाट व बाबा लालदास का बाड़ा स्थित पांवधोई पर जनपद के कोने-कोने से श्रद्धालु भारी संख्या में अपने संसाधनों से पहुंचे और पूजा अर्चना की। प्रातः 3 बजे से ही श्रद्धालुओं का पहुंचना प्रारंभ हो गया। देखते ही देखते छठ घाट पर आस्था का सैलाब उमड़ गया और सूर्योदय के बाद अन्तिम अघ्र्य छठ पूजा का विधि-विधान से व्रत को पूर्ण किया गया।

धार्मिक आस्था का पर्व छठ पूजा की महत्ता देखते ही बनती थी। छठ मैया के गीतों और भोजपुरी छठ गीतों से वातावरण भक्तिमय बना रहा। इस अवसर पर पूर्वांचल के अधिकारियों व कर्मचारियों व श्रद्धालुओं ने उदय होते सूर्य को अघ्र्य देकर परिजनों संग पूजा अर्चना की। पांवधोई नदी स्थित घाट पर श्रद्धालुओं ने मुख्यतः व्रत रखने वाले व्रतियों ने नदी में खड़े होकर उगते सूर्य को अघ्र्य देकर पूजा की।

पूर्वांचल कल्याण सभा के पदाधिकारियों ने अध्यक्ष दानिश आजम के नेतृत्व में नगर निगम के सहयोग से तैयारियां करवाई थी और सभी पदाधिकारियों ने मिलकर व्यवस्था को बनाए रखने में अपना पूर्ण योगदान दिया।