सीएचसी अधीक्षक ने बताए बीमारियों से बचाव के उपाय
- बोलेः किसी भी दवा से बुखार न उतरे तो कराएं खून की जांच
- आसपास पानी जमा न होने दें, साफ सफाई पर दें विशेष ध्यान
देवबंद: छह वर्ष पूर्व डेंगू बुखार से हुई मौतों का खौफ फिर से लोगों में देखने को मिल रहा है। लेकिन क्षेत्रवासियों को इससे घबराने की जरुरत नहीं है। सरकारी अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. अजय त्यागी का कहना है कि नगर एवं देहात क्षेत्र में कहीं भी डेंगू का प्रकोप नहीं है। फिर भी सावधानी बरतनी जरुरी है। आसपास साफ सफाई रखें और बुखार न उतरने की स्थिति में खून की जांच कराएं।
बुधवार को सरकारी अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. अजय त्यागी ने बताया कि सर्दी का मौसम आरंभ होने पर मामूली नजला, खांसी या हल्के बुखार की शिकायत हो जाती है। जो एक या दो दिन दवाई खाने से ठीक भी हो जाती है। लेकिन अगर किसी भी दवाई से बुखार न उतरे तो फिर खून की जांच जरुर करा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि नगर एवं देहात क्षेत्र में डेंगू का प्रकोप बिल्कुल भी नहीं है। न ही अभी तक इस प्रकार की कोई शिकायत मिली और न ही कोई केस आया है। इससे किसी भी प्रकार से घबराने की जरुरत नहीं है। लेकिन फिर भी एहतियाती कदम उठाते हुए सीएचसी की टीमें लगातार नगर के मोहल्लों और गांवों में जाकर लोगों को जागरुक करने का काम कर रही हैं। डा. अजय ने बताया कि बीते दिन जिस किशोरी फरीन की बुखार से मौत होना बताया गया। उसका नगर में स्थित अस्पताल में कोई रिकॉर्ड ही नहीं मिला है। फिर भी उसके बारे में जानकारी जुटाने का प्रयास कर रहे हैं।
साफ पानी इकट्ठा न होने देंः त्यागी
देवबंद: कहीं भी साफ पानी इकट्ठा नहीं होना चाहिए। क्योंकि डेंगू के मच्छर का लार्वा साफ पानी में ही पैदा होता है। इसलिए कूलर की ट्रे, ट्यूब या अन्य चीजों में पानी को बिल्कुल भी जमा न होने दें। सर्दी का मौसम शुरु हो गया है। इसकी वजह से मच्छरों का प्रकोप भी कम हो जाएगा।
स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार फैला रहीं जागरुकता
देवबंद: चिकित्सा अधीक्षक डा. अजय त्यागी का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग की टीमें नगर एवं देहात क्षेत्रों में लगातार जाकर लोगों को जागरुक कर रही हैं। बीते दिन भी टीमें कालीपार क्षेत्र के तिघरी, सांपला बक्काल, सांपला खत्री और फुलास अकबरपुर गांव में गई थीं। जो लोगों को बीमारियों से बचाव के लिए जागरुक कर रही हैं।