‘भय फैलाने का सुनियोजित प्रयास’, बांग्लादेश में हिंदू युवक की लिंचिंग पर चंद्रशेखर आजाद की प्रतिक्रिया
बांग्लादेश में एक हिंदू युवक की पीट-पीटकर हत्या की घटना ने न सिर्फ वहां के अल्पसंख्यक समुदाय को दहला दिया है, बल्कि भारत में भी इसको लेकर तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है. इस घटना को लेकर नगीना सांसद और भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने इसे सभ्य समाज के मूल्यों को शर्मसार करने वाला कृत्य बताते हुए भारत सरकार से सख्त कूटनीतिक हस्तक्षेप की मांग की है.
भीम सेना प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने सोशल साइट एक्स पर इस घटना को लेकर बयान जारी किया. उन्होंने लिखा, “बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदाय के युवक दीपू चंद्र दास की लिंचिंग कर बेरहमी से हत्या और उसके बाद शव को नग्न अवस्था में पेड़ से लटकाकर आग लगाए जाने की घटना सभ्य समाज के मूल्यों को शर्मसार करती है. यह अल्पसंख्यकों में भय फैलाने का सुनियोजित प्रयास प्रतीत होता है. जिसे किसी भी सूरत में नजरअंदाज नहीं किया जा सकता.”
उन्होंने आगे लिखा, “हम भारत सरकार से अपील करते हैं कि अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों को सर्वोच्च कूटनीतिक स्तर पर उठाया जाए, मानवाधिकारों और अंतरराष्ट्रीय कानून के संरक्षण हेतु स्पष्ट, सख्त और निर्णायक रुख अपनाया जाए.”
18 दिसंबर को हुई थी हत्या
बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के युवक दीपू चंद्र दास की कथित तौर पर भीड़ ने बेरहमी से पिटाई कर हत्या कर दी थी. इस मामले में बांग्लादेश प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए अब तक 7 लोगों को गिरफ्तार किया है.
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने शनिवार को जानकारी दी कि दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा कि कानून अपना काम करेगा और मामले में पूरी पारदर्शिता बरती जाएगी.
अंतरराष्ट्रीय दबाव की मांग
चंद्रशेखर आजाद सहित देश के कई बड़े नेताओं ने भारत सरकार से मांग की है कि वह इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठाए, ताकि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.
