चंदन की मां बोलीं- कसक रह गई बाकी…दोषियों को सजा के एलान के बाद भावुक हुआ परिवार

देश भक्त था बेटा
सुशील गुप्ता ने बताया कि बेटे देशभक्त था। हर वर्ष 15 अगस्त और 26 जनवरी मुंह पर झंडा बनवाता था। बाइक पर तिरंगा लगाकर दोस्ताें के साथ रैली भी निकालता था। लेकिन ये लोग मुस्लिम बस्ती की तरफ नहीं जाते थे। वर्ष 2018 में 26 जनवरी से एक दिन पहले ही चंदन के दोस्तों ने तय किया कि इस बार यात्रा मुस्लिम बस्ती से होकर भी निकालेंगे। 25 जनवरी को चंदन बड़ा तिरंगा लाया और मोटरसाइकिल पर बांध लिया। सुबह नौ बजे ही वह घर से मोटरसाइकिल से निकल गया। तब किसी को नहीं पता था कि चंदन अब लौट कर ही नहीं आएगा।
राजकीय कन्या विद्यालय के सामने चंदन को गोली मार दी
दोपहर को जानकारी मिली की तहसील रोड़ स्थित राजकीय कन्या विद्यालय के सामने चंदन को गोली मार दी है। कुछ ही देर बाद उनकी मृत्यु की सूचना मिल गई। इस खबर ने उनके होश ही उड़ा दिए। उनकी पत्नी को पता चला तो वह सुदबुध खो बैंठी । घर में चीख पुकार मच गई। कुछ समझ में नहीं आया कि क्या करें। जैसे तैसे संभले तब तक मामला न्यायालय में जा चुका था। अब न्याय के लिए पैरवी भी करनी थी।