चैम्बर ऑफ इंडस्ट्रीज एंड सर्विसेज सहारनपुर की इकाई भंग

- स्वयंभू अध्यक्ष रविंद्र मिगलानी सीआईएस से भी निष्कासित
- औद्योगिक संगठन के नाम पर बनाया निजी ट्रस्ट
- अवैधानिक ढंग से अपना मनोनयन कराकर बने स्वयंभू अध्यक्ष
- प्रदेश अध्यक्ष ने संस्थापक सदस्य एवं चेयरमैन की शिकायत पर की कार्यवाही
सहारनपुर [24CN]। चैम्बर ऑफ इंडस्ट्रीज एंड सर्विसेज के नाम से 8 माह पूर्व गठित औद्योगिक संगठन की सहारनपुर इकाई को प्रदेशाध्यक्ष गुलशन नागपाल ने तत्काल प्रभाव भंग कर दिया।
संस्थापक सदस्य डी. के. बंसल एवं सहारनपुर चैप्टर चेयरमैन सुशील सडाना द्वारा समय-समय पर सहारनपुर इकाई की मिली शिकायतों के आधार पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए प्रदेश कार्यालय लखनऊ द्वारा इकाई के अध्यक्ष रविंद्र मिगलानी को चैम्बर ऑफ इंडस्ट्रीज एंड सर्विस (सीआईएस) से निष्कासित कर दिया गया है। प्रदेश कार्यालय लखनऊ से प्रेस नोट जारी करते हुए संस्था के प्रदेशाध्यक्ष गुलशन नागपाल ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश कार्यालय को प्रेषित शिकायतों से संज्ञान में मामला सामने आया है कि सीआईएस की सहारनपुर इकाई द्वारा औद्योगिक संगठन के नाम पर एक निजी एवं व्यक्तिगत ट्रस्ट रजिस्टर्ड किया गया है, जिसमें अधिकतर ट्रस्टी अध्यक्ष रविंद्र मिगलानी के परिवार से संबंधित हैं। जबकि संस्था की स्थापना एवं गठन के समय इकाई को सोसायटी एक्ट के अंतर्गत रजिस्टर कराने का निर्देश दिया गया था।
संस्थापक सदस्य डी. के. बंसल एवं सुशील सडाना द्वारा आरोप लगाया गया कि उनके साथ गहरा विश्वासघात हुआ है। संस्थापक सदस्य डी के बंसल ने अपनी प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देते हुए आक्रोशित होते हुए कहा कि सहारनपुर में सीआईएस की इकाई का संचालन एक प्रोपराइटरशिप फर्म की तरह हो रहा है। सहारनपुर इकाई के चैप्टर चेयरमैन सुशील सडाना ने बताया कि मात्र आठ माह पूर्व इकाई के गठन के समय भी रविंद्र मिगलानी को इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन सहारनपुर से भी निष्कासित कर दिया गया था, ऐसे में मैं उन्हें नैतिक समर्थन देते हुए नई संस्था के अध्यक्ष पद पर प्रदेशध्यक्ष और मेरे द्वारा मनोनीत किया गया था, लेकिन उन्होंने गुपचुप तरीके से संस्था को सोसायटी एक्ट में रजिस्टर्ड ना कराकर निजी स्वार्थ के मद्देनजर औद्योगिक संगठन को एक निजी ट्रस्ट के रूप में रजिस्टर्ड कराकर संस्थापक सदस्यों से धोखा किया, जिसकी जानकारी आम सदस्यों को न होने पर शिकायत प्रदेश कार्यालय को की गई थी।
सहारनपुर इकाई के अध्यक्ष रविंद्र मिगलानी, अपनी कार्यशैली के प्रति शिकायतों के संज्ञान में आने पर, अगले सत्र के लिए मनोनयन नियमावली के अनुसार फाउंडर मेंबर्स में न करवाकर आनन-फानन में कोर ग्रुप में प्रस्तावित कर दिया गया। कोर ग्रुप की सभा में चेयरमैन सुशील सडाना द्वारा विरोध व्यक्त किए जाने के बावजूद भी उन्होंने अपने आप को स्वयंभू अध्यक्ष घोषित किया स प्रदेश कार्यालय से प्रेस नोट जारी करते हुए प्रदेश अध्यक्ष गुलशन नागपाल ने बताया कि सहारनपुर इकाई के अध्यक्ष रविंद्र मिगलानी ने प्रदेश कार्यालय का ऐड्रेस भी स्वयं ही परिवर्तित करके प्रिंट करवा दिया, ताकि आम साधारण सदस्य प्रदेश कार्यालय से संपर्क में ना कर सके। प्रदेशाध्यक्ष गुलशन नागपाल ने कहा कि सी आई एस का गठन आम उद्दमी के हितों की रक्षा के लिए किया गया था, निहित स्वार्थों के लिए नहीं। निश्चित रूप से प्रदेश कार्यालय ऐसी इकाइयों को बर्दाश्त नहीं करेगा।