खालसा पंथ का साजना दिवस बैसाखी का पर्व श्रद्धा व उत्साह से मनाया

खालसा पंथ का साजना दिवस बैसाखी का पर्व श्रद्धा व उत्साह से मनाया
गुरवाणी कीर्तन सुनती संगत

देवबंद [24CN] : गुरूद्वारा श्री गुरूनानक सभा में खालसा पंथ का साजना दिवस बैसाखी का पर्व श्रद्धा व उत्साह से मनाया गया। रागी जत्थों ने गुरवाणी का गायन कर संगत को निहाल किया।

संगतों को सम्बोधित करते हुए गुरूद्वारा कमेटी के प्रधान सेठ कुलदीप कुमार ने कहा कि दसवें पातशाह गुरू गोबिंद सिंह जी ने सन् 1699 को बैसाखी वाले दिन खालसा पंथ की साजना करते हुए पांच प्यारों को अमृत छकाकर जबर व जुल्म से करहा रही हिंदुस्तान की जनता में नई जान फंूक दी और लोगों को स्वाभिमान से जीवन जीने का मार्ग दिखाया। हजूरी रागी भाई गुरदयाल सिंह ने बैसाखी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए संगतों से अमृतपान करने की अपील की। सहारनपुर से आए भाई नरेंद्र सिंह नूर के जत्थे ने गुरवाणी का गायन कर संगतों को निहाल किया। संचालन गुरजोत सिंह सेठी ने किया। इस दौरान बालेंद्र सिंह, चंद्रदीप सिंह, श्याम लाल भारती, बलदीप सिंह, बलवंत सिंह, राजेश अनेजा, गुरदीप सिंह, हर्षदीप सिंह, अजय निझारा,चन्नी बेदी, हर्ष भारती, हर्ष बतरा, राजपाल सिंह आदि मौजूद थे।