उत्साह से मनाई महान क्रांतिकारी मंगल पांडे की जयंती

उत्साह से मनाई महान क्रांतिकारी मंगल पांडे की जयंती
  • देवबंद में वीर क्रांतिकारी मंगल पांडेय की जयंती पर उन्हें नमन करते ब्राह्मद्दण समाज के लोग।

देवबंद: महान क्रांतिकारी अमर बलिदानी मंगल पांडेय की 196वीं जयंती ब्राह्मण समाज ने उत्साह के साथ मनाई। देश की आजादी के लिए दी गई वीर मंगल पांडेय की कुर्बानी को याद करते हुए उन्हें नमन किया गया।

बुधवार को श्री त्रिपुर मां बाला सुंदरी देवी मंदिर परिसर में हुए कार्यक्रम में हनुमान धाम के महंत संत शर्मा ने कहा कि वीर मंगल पांडेय भारत माता के वह सपूत थे, जिन्होंने अंग्रेजों द्वारा दिए चर्बी लगे कारतूसों को प्रयोग करने से इंकार कर दिया था। मंगल पांडेय ने 29 मार्च 1857 को परेड मैदान में अंग्रेज मेजर ह्यूसन को गोली मारी थी और लेफ्टिनेंट बाग को तलवार से काट डाला था। युवा ब्राह्मण नेता रोहित कौशिक ने कहा कि मंगल पांडेय ने ब्रिटिश हुकुमत के खिलाफ सबसे पहले विद्रोह का बिगुल फूंका था। वह अपने जीवन में अंग्रेजों के खिलाफ लड़ते रहे। 18 अप्रैल 1857 को मंगल पांडेय को फांसी की सजा सुनाई गई। संचालन मनोज भारद्वाज ने किया। प्रिंस कौशिक, प्रवीण शर्मा, डा. विनय पंडित, आर्यन शर्मा, आचार्य वासुदेव, पंकज शर्मा, सावन शर्मा, मोहित शर्मा, सुनील कुमार, अमन मिश्रा, विशाल शर्मा, शुभम, लक्ष्मण व संजय शर्मा आदि मौजूद रहे।