यूपी: दफ्तर में घूस लेते रंगे हाथ दबोचा गया लिपिक, आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज
भ्रष्टाचार निवारण संगठन मेरठ की टीम ने शामली में जिला कृषि रक्षा अधिकारी के कार्यालय के वरिष्ठ पटल सहायक (लिपिक) को छह हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ उनके कार्यालय से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के खिलाफ कीटनाशक दवा की बिक्री का लाइसेंस बनवाने के नाम पर रिश्वत लेने का आरोप है। आरोपी लिपिक के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत शहर कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
मंगलवार सुबह मेरठ से भ्रष्टाचार निवारण संगठन के इंस्पेक्टर गजेंद्र सिंह के नेतृत्व में सात सदस्यीय टीम शामली पहुंची। इंस्पेक्टर गजेंद्र सिंह ने बताया कि सोमवार को उनके कार्यालय में मुजफ्फरनगर के थाना छपार के गांव रामपुर तिराहा निवासी सुरेंद्र सिंह रावल ने सुविधा शुल्क मांगे जाने के संबंध में लिखित शिकायत की थी। शिकायत में अवगत कराया था कि अपने भतीजे देवराज रावल के नाम से कीटनाशक दवा की बिक्री का लाइसेंस बनवाने के लिए जिला कृषि रक्षा अधिकारी कार्यालय में आवेदन किया हुआ है। उन्हें जनपद शामली के बाबरी थानाक्षेत्र के गांव कंजरहेड़ी में दुकान खोलने के लिए लाइसेंस की जरूरत है।
आरोप लगाया कि लाइसेंस के नाम पर कार्यालय में तैनात वरिष्ठ पटल सहायक (लिपिक) मुनीश कुमार ने उनसे 10 हजार रुपये की रिश्वत की मांग रहा है। इंस्पेक्टर ने बताया कि इस शिकायत पर उन्होंने शामली पहुंचकर डीएम अखिलेश सिंह से मिलकर पूरी जानकारी दी और उनसे दो सरकारी अधिकारी बतौर गवाह उपलब्ध कराने की मांग रखी। डीएम ने उनके साथ जिला पूर्ति अधिकारी ओम हरि उपाध्याय और आदेश कुमार को उनके साथ भेज दिया।