कैप्टन अमरिंदर सिंह नई भूमिका में आएंगे नजर! छोड़ेंगे राजनीति

New Delhi: पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और पंजाब लोक कांग्रेस पार्टी के प्रमुख कैप्टन अमरिंदर सिंह को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है. कैप्टन अमरिंदर सिंह जल्द ही नई भूमिक में नजर आ सकते हैं. इतना ही नहीं वे सक्रीय राजनीति से भी संन्यास दे सकते हैं. सुनने में भला ही थोड़ा अटपटा लगे, लेकिन अब अमरिंदर सिंह की राहें कुछ जुदा हो सकती है. दरअसल भारतीय जनता पार्टी से हाथ मिलाने के बाद से ही उनको लेकर ये अटकलें लगना शुरू हो गई थीं कि बीजेपी उन्हें आने वाले समय में कोई महत्वपूर्ण भूमिका दे सकती है. इस बीच खबरें सामने आ रही हैं, कि महाराष्ट्र में राज्यपाल को लेकर चल रहे विवाद के बीच कैप्टन अमरिंदर सिंह को ये बड़ी भूमिका दी जा सकती है.
केंद्र सरकार कैप्टन को महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की जगह प्रदेश का गर्वनर बना सकती है. आपको बता दें कि पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने दो वर्ष पहले यानी 2021 में ही चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस छोड़ दी थी. उन्होंने ये कदम नवजोत सिंह सिद्धू को लेकर चल रहे विवाद और आलाकमान के रवैये के बाद उठाया था.
इसके बाद ही कैप्टन ने अपने नई पार्टी बनाने का ऐलान कर दिया था. कुछ समय के बाद पूर्व सीएम ने पंजाब लोक कांग्रेस के नाम से नई राजनीतिक पार्टी का गठन भी किया. हालांकि अकेले दम पर वो पार्टी को ज्यादा नहीं चला पाए और अगले ही वर्ष यानी 2022 सितंब में ही कैप्टन ने अपनी पार्टी का विलय भारतीय जनता पार्टी में कर दिया.
अब तक कोई आधिकारिक जानकारी नहीं
कैप्टन अमरिंदर के नए रोल को लेकर खबरों का बाजार गर्म जरूर है, लेकिन इसको लेकर अब तक कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है. कैप्टन के करीबियों की मानें तो इसको लेकर बातचीत चल रही है और जल्द ही कैप्टन इसको लेकर फैसला ले सकते हैं.
क्या है भगत सिंह कोश्यारी को लेकर विवाद
दरअसल लगातार महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को हटाए जाने की मांग की जा रही है. महाराष्ट्र विकास अघाड़ी की सरकार ने उनके मूर्तियों के अपमान के बाद से ही हटाने पर अड़ी रही. वहीं इसके बाद आई बीजेपी गठबंधन की सरकार में भी कोश्यारी को हटाए जाने की आवाज उठने लगी है. भगत सिंह कोश्यारी पर मूर्तियों के अपमान के साथ-साथ इतिहास को विकृत करने के भी आरोप लगे हैं.
बीजेपी की पसंद कैप्टन
कैप्टन के राजनीतिक अनुभव और बीजेपी से रिश्तों को लेकर ऐसा माना जा रहा है कि जल्द उन्हें नई भूमिका सौंपी जा सकती है. दरअसल कैप्टन बीजेपी की पहली पसंद है. बीजेपी में पार्टी के विलय के बाद ही उन्हें पार्टी की टॉप लीडरशिप में भी अपना समर्थन तैयार कर लिया है. पीएम मोदी से अच्छे संबंध और 83 सदस्यों वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सूची में उन्हें शामिल किए जाने के बाद से ही उनके महाराष्ट्र के राज्यपाल बनने की अटकलें तेज हो गई हैं.