दिल्ली विधानसभा में पेश होगी CAG की दूसरी रिपोर्ट, केजरीवाल सरकार ने क्या-क्या गलत किया, आज होगा पर्दाफाश

दिल्ली विधानसभा में पेश होगी CAG की दूसरी रिपोर्ट, केजरीवाल सरकार ने क्या-क्या गलत किया, आज होगा पर्दाफाश

दिल्ली विधानसभा में आज पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर CAG रिपोर्ट का दूसरा वार होने वाला है। पहली रिपोर्ट में दिल्ली शराब घोटाले को लेकर बीजेपी ने केजरीवाल को घेरा। रिपोर्ट को पीएसी के पास भेजा गया है तो आज CAG की 14 पेंडिंग रिपोर्ट्स में दूसरी रिपोर्ट की बारी है। आज केजरीवाल की आम आदमी पार्टी के कार्यकाल के दौरान दिल्ली की स्वास्थ्य सुविधा को लेकर कैग की रिपोर्ट आने वाली है जिसमें मोहल्ला क्लीनीक में हुई गड़बड़ियों का खुलासा होने वाला है।

आज राष्ट्रपति से मिलने जा सकते हैं AAP विधायक

इधर, उपराज्यपाल के संबोधन के दौरान हंगामे के आरोप में निष्कासित आप के 21 विधायकों ने गुरुवार को पूर्व सीएम आतिशी के साथ विधासनभा गेट के बाहर प्रोटेस्ट किया तो आज आम आदमी पार्टी के विधायक राष्ट्रपति से मुलाकात कर शिकायत करने वाले हैं।

दोपहर बाद 2 बजे से शुरू हो रहे आज के विधानसभा सत्र में केजरीवाल पर CAG का दूसरा अटैक होने वाला है। आज सीएजी की दूसरी रिपोर्ट पेश होगी जिसमें स्वास्थ्य विभाग में की गई गड़बड़ियों पर खुलासा हो सकता है। अस्पतालों और मोहल्ला क्लिनिक को लेकर बरती गई अनियमितता भी सामने आएगी। केजरवाल सरकार के कार्यकाल की कुल 14 पेंडिंग सीएजी रिपोर्ट सदन के पटल पर रखी जानी है।

सूत्रों के मुताबिक स्वास्थ्य पर CAG की ड्राफ्ट रिपोर्ट में ये चौंकाने वाली खामियां उजागर हुई हैं-

  • 18 क्लीनिकों में थर्मामीटर नहीं
  • 45 क्लीनिकों में एक्स-रे व्यूअर नहीं
  • 21 क्लीनिकों में पल्स ऑक्सीमीटर नहीं
  • 12 क्लीनिकों में वजन मापने की मशीनें नहीं
  • 21 मोहल्ला क्लीनिकों में शौचालय नहीं
  • कोविड फंड: 245 करोड़ रुपये खर्च नहीं हुए
  • स्वास्थ्य इंफ्रा फंड में ₹2,623 करोड़ लैप्स हो गए

PAC को 3 महीने में रिपोर्ट देने को कहा गया

इससे पहले गुरुवार को दिन भर दिल्ली की शराब पॉलिसी पर CAG रिपोर्ट की चर्चा हुई उसके बाद रिपोर्ट को पब्लिक एकाउंट कमेटी (PAC) के पास भेज दिया गया। कमेटी को 3 महीने में अपनी रिपोर्ट देनी है। इसके अलावा स्पीकर ने आबकारी विभाग को एक महीने के अंदर रिपोर्ट पर एक्शन टेकेन रिपोर्ट भी पेश करने को कहा है।

CCTV कैमरा मामले में जांच के आदेश

वहीं सदन में PWD मंत्री प्रवेश वर्मा ने CCTV कैमरे लगाए जाने में हुई गड़बड़ी की जांच कराने का भी आदेश जारी किया है। आरोप है कि आम आदमी पार्टी सरकार ने बीजेपी विधायकों की विधानसभा क्षेत्र में CCTV कैमरे नहीं लगवाए।

नजफगढ़ का नाम नाहरगढ़, मोहम्मदपुर गांव का नाम माधवपुर करने की मांग

इस बीच बीजेपी के दो विधायकों ने उनके इलाके का नाम बदलने की मांग कर दी है। नजफगढ़ का नाम बदलकर नाहरगढ़ करने की मांग की, जबकि आरकेपुरम क्षेत्र के विधायक अनिल शर्मा ने मोहम्मदपुर गांव का नाम बदलकर माधवपुर रखने का आग्रह किया। इससे पहले विधायक मोहन सिंह बिष्ट ने मुस्तफाबाद का नाम बदलकर शिवपुरी या शिव विहार करने की मांग की थी। मोहम्मदपुर का नाम अब माधवपुर करने का प्रस्ताव अनिल शर्मा रखेंगे।

नाम बदलने पर क्या है ग्रामीणों की राय?

वीओ- दिल्ली के गांवों के नाम बदलने को लेकर सियासत के बीच मोहम्मदपुर गांव के लोगों ने अपने विधायक के प्रस्ताव का समर्थन किया है और माधवपुर नाम किए जाने को सही ठहराया है।


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