वैक्सीन आने तक आधे लोग हो चुके होंगे कोरोना से संक्रमित

वैक्सीन आने तक आधे लोग हो चुके होंगे कोरोना से संक्रमित

नई दिल्ली: देश में कोरोना संक्रमण की दिनोंदिन बिगड़ती स्थिति के बीच लगातार दूसरे दिन 61 हजार से अधिक नये मामले सामने आने से संक्रमितों की संख्या 20.89 लाख हो गयी है और 933 लोगों की मौत होने से मृतकों की संख्या 42,518 पर पहुंच गयी है। स्वस्थ होने वालों की दर में निरंतर हो रही वृद्धि के बावजूद संक्रमण के नये मामले बढऩे से देश में पिछले 24 घंटों में सक्रिय मामलों में 11,704 की बढ़ोतरी हुई जिससे इनकी संख्या 6,19,088 हो गयी है। राहत की बात यह है कि इस दौरान 48,900 लोगों के स्वस्थ होने से संक्रमणमुक्त होने वालों की संख्या भी 14,27,006 लाख पर पहुंच गयी।

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कोरोना के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं, स्थिति क्या लग रही है?
भारत की आबादी 130 करोड़ के करीब है। यदि इस हिसाब से देखें तो अभी एक प्रतिशत जनसंख्या भी प्रभावित नहीं हुई है। बहुत सारी बीमारियां हैं, जिनमें 15-20 प्रतिशत लोग प्रभावित होते हैं। इस हिसाब से चिंता की बात नहीं है। हां, बड़े शहरों से निकलकर छोटे शहरों, फिर गांव में जाकर कोरोना लोगों को संक्रमित कर रहा है। अब वहां जाकर ही यह खत्म होने की ओर बढ़ेगा। दिल्ली में मामले अब कम हो रहे हैं। हम ढलान पर हैं। मुंबई की बात करें तो वहां भी अब मामले कम होने लगे हैं, चेन्नई में भी स्थिति नियंत्रण में है। कोलकाता भी इसी तरह से है, जयपुर में मामले नहीं के बराबर हैं। वह शहर जहां विदेशी उड़ानें ज्यादा आती थीं, वहां पर कोरोना पहले फैला। दिल्ली में जुलाई के पहले सप्ताह में पीक था। उसके बाद से यहां मामले घटने लगे हैं। कुल मिलाकर यह कहूंगा कि आंकड़ों के हिसाब से देखें तो चिंता करने की जरूरत नहीं है। सीरो सर्वे सामने आया कि दिल्ली में बहुत सारे लोगों के भीतर कोरोना वायरस के एंटी बॉडीज हैं। मतलब उनको कोरोना हुआ और पता भी नहीं चला। ऐसे में साफ है कि लोगों को संक्रमण हो रहा है।

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आखिर कब तक रहेगा कोरोना?
बहुत सारे ऐसे केस हैं जो ऐसिंप्टोमेटिक हैं। लोग संक्रमित हो रहे हैं और ठीक होते जा रहे हैं। ऐसी स्थिति देखकर लोगों को समझना चाहिए कि कोरोना से डरने की बात नहीं है। बचाव करके रहना है बस। मैंने पहले भी कहा है कि लोग कोरोना से नहीं मर रहे हैं। लोग इसके डर से मर रहे हैं। वह लोग जो दूसरी बीमारियों से ग्रसित हैं वह ही कोरोना होने पर मौत का शिकार हो रहे हैं। रिकवरी रेट बहुत अच्छा है, भारत में यह 70-80 प्रतिशत तक जाएगा।

प्लाज्मा थेरेपी, मास्क आदि को लेकर कई तरह की बात की जाती हैं, सच क्या है? 
स्वाइन फ्लू से अब तक दुनियाभर में 100 करोड़ से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं। लेकिन, उसमें डेथ नहीं के बराबर होती है। इसलिए उसकी बात कम होती है। लेकिन, कोरोना से बचने के लिए जो कहा जा रहा है वह आज से नहीं काफी पुराने समय से कहा जाता है। यह कारगर भी है। जैसे दूरी बनाकर रहना, सफाई रखना, यह सब विज्ञान के अनुसार बताया गया है। जहां तक बात कोरोना पीड़ित के इलाज की है तो यदि किसी को सांस की दिक्कत है तो उसे ऑक्सीजन दी जाती है। किसी को अगर बुखार है तो उसके लिए दवा दी जाती है। मतलब कोरोना की दवा तो नहीं है, लेकिन सहायक दवाओं से लोगों को ठीक किया जा रहा है। सितम्बर मध्य तक ‘पीक’ निकल जाएगा

भारत में कोरोना का पीक कब आएगा और स्थिति कैसी होगी?
मैं तो यही कहूंगा कि देश के लोगों को यह नहीं सोचना चाहिए कि पीक कब आएगा। समझना चाहिए कि कोरोना के साथ अभी रहना है और उससे छुटकारा पा लेंगे ऐसा नहीं होने वाला अभी। यह वायरस अब साथ में रहने वाला है और जिन लोगों की इम्युनिटी खराब होगी उनको यह संक्रमित करेगा। हो सकता है बीच-बीच में छोटे-मोटे पीक आएं। लेकिन, जिस तरह से आंकड़े हैं उससे एक बात का संतोष है कि यह वायरस उतना मारक नहीं है। जितनी बड़ी संख्या में यह हुआ है, उसके अनुसार मृत्यु दर काफी कम है। अच्छी बात यह है कि भारत के लोगों में इसको मात देने की शक्ति है। जहां पर केस ज्यादा हुए थे वहां अब बहुत कम हो गए हैं। लोगों मेें एंटी बॉडीज आ गए और वायरस को लोगों ने मात दे दी। जो स्थितियां हैं उससे लगता है कि अगले महीने के मध्य तक कोरोना का पीक निकल जाएगा। एक अध्ययन के अनुसार भी यही बात कही गई है। हां, संक्रमण होता रहेगा और केस सामने आते रहेंगे।

भारत में वैक्सीन को लेकर काम चल रहा है। लेकिन, इतनी बड़ी आबादी में यह कैसे और कितने समय में लग पाएगी?
वैक्सीन की कामयाबी को लेकर सवाल हमेशा रहते हैं। जहां तक बात 130 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाने की है तो यह नौबत नहीं आएगी। जब तक वैक्सीन आएगी तब तक देश के 50-60 प्रतिशत लोग इससे प्रभावित हो चुके होंगे। चाहे उनमें लक्षण दिखे हों या नहीं। इनके भीतर अपने आप एंटी बॉडीज पैदा हो चुके हों तो इनको वैक्सीन लगानी ही नहीं पड़ेगी। जहां तक बात वैक्सीन की है तो इसके आने में अभी वक्त लगेगा। यह कारगर होगी या नहीं, कितनी होगी, यह तो आने वाला समय ही बताएगा।