मेरठ में दिनदहाड़े व्यापारी की गोली मारकर हत्या, 10 लाख की नगदी और पांच किलो चांदी लूट ले गए बदमाश
मेरठ में मेडिकल थानाक्षेत्र के जागृति विहार सेक्टर-2 में बदमाशों ने व्यापारी की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी। बताया जा रहा है कि व्यापारी को लूट के विरोध में गोली मारी। इसकी जानकारी लगने पर एसएसपी और एसपी सिटी समेत कई थानों की पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर मामले की जांच-पड़ताल शुरू कर दी है।
मेडिकल थाना क्षेत्र के जागृति विहार सेक्टर-2 में सतीश कुमार की भागमल ज्वेलर्स के नाम से घर में ही दुकान है। दुकान पर सतीश कुमार के बेटे अमन भी बैठते हैं। मंगलवार दोपहर करीब 12:30 बजे बाइक पर सवार चार बदमाश सर्राफ की दुकान पर पहुंचे और दुकान में लूटपाट कर शुरू कर दी। विरोध करने पर बदमाशों ने अमन को गोली मार दी। गोली मारने के बाद बदमाश मौके से भाग गए। बताया गया कि दो बदमाश हेलमेट पहने हुए थे और दो बदमाशों ने मुंह पर रुमाल बांधा हुआ था। बदमाश 10 लाख नगद और पांच किलो चांदी सर्राफ की दुकान से लूटकर ले गए।
पुलिस ने स्थानीय लोगों और परिवार के साथ मिलकर अमन को आनंद अस्पताल में भर्ती कराया, जहां पर डॉक्टर ने अमन को मृत घोषित कर दिया। एसपी सिटी डॉक्टर अखिलेश नारायण सिंह का कहना है कि पुलिस अभी मामले की जांच पड़ताल कर रही है। लूट के विरोध में बदमाशों ने वारदात की है या फिर कोई दूसरी वजह है। जिसकी जांच कराई जा रही है।
वहीं घटना की जानकारी लगने पर शास्त्रीनगर और जागृति विहार के व्यापारी भी मौके पर पहुंच गए। एसएसपी अजय साहनी, एसपी सिटी डॉक्टर अखिलेश नारायण सिंह और सीओ सिविल लाइन पूनम सिरोही समेत कई थानों की पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गई है। घटना को लेकर व्यापारियों में भारी आक्रोश है।
उधर, घटना के बाद व्यापारियों ने बाजार बंद करने की पूरी तैयारी कर ली है। वहीं पुलिस व्यापारियों को समझाने का प्रयास कर रही है। बदमाशों ने लूटपाट के दौरान सर्राफा व्यापारी सतीश कुमार जैन के केशियर को भी तमंचे की बट मारी है। जिससे वह घायल हो गया।
शास्त्रीनगर सी ब्लॉक से सटे जागृति विहार सेक्टर-2 में सर्राफ अमन जैन की हत्या के बाद व्यापारियों ने हंगामा शुरू कर दिया है। घटनास्थल पर व्यापारियों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई है। व्यापारियों ने पुलिस पर उत्पीड़न का आरोप लगाया। कहा कि शास्त्रीनगर व जागृति विहार में पहले भी लूट के बाद हत्याएं हो चुकी हैं। पुलिस सिर्फ घटना के खुलासे का आश्वासन देती है।