‘बॉयकॉट बॉलीवुड’ ट्रेंड FWICE को गुजरा नागवार, सरकार से मांगी मदद

‘बॉयकॉट बॉलीवुड’ ट्रेंड FWICE को गुजरा नागवार, सरकार से मांगी मदद

नई दिल्ली:  शाहरुख खान, दीपिका पादुकोण और जॉन अब्राहम फेम ‘पठान’ कंट्रोवर्सी के चलते चर्चा में बनी हुई है. जिसको लेकर बीते दिनों गुजरात में बजरंग दल ने विरोध प्रदर्शन किया था. जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था. इस बीच हाल ही में एफडब्ल्यूआईसीई ने फिल्मों को लेकर चल रहे बॉयकॉट ट्रेंड पर बात की है. साथ ही सरकार से हस्तक्षेप का आग्रह किया है.

आपको बता दें कि एफडब्ल्यूआईसीई ने ये बातें बयान जारी कर कहीं हैं. FWICE ने लिखा, “बॉयकॉट बॉलीवुड के ट्रेंड के चलते निर्माताओं और फिल्मों के लिए काम करने वाले लाखों कर्मचारियों पर असर पड़ रहा है. इसे FWICE ने गंभीरता से लिया है, क्योंकि इससे आम कर्मचारियों, तकनीशियनों और इंडस्ट्री में रोजी-रोटी के लिए काम कर रहे कलाकारों के अस्तित्व पर एक बड़ी स्थिति पैदा हो गई है. एक फिल्म जुनून और सफलता के सपने के साथ बनाई जाती है. हालांकि, ये खिलते हुए सपने ऐसी प्रवृत्तियों की वजह से बिखर जाते हैं, जो शांति, सद्भाव, एकता का समर्थन न करने वालों से प्रभावित होती हैं. लोग सिनेमाघरों में घुस रहे हैं और जनता को धमका रहे हैं और जबरदस्ती थिएटर खाली कर रहे हैं. निर्माताओं, लीड एक्टर और एक्ट्रेसेस को धमकियां दी गई हैं. उन्हें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर गंदी/अभद्र भाषा के साथ गाली दी जाती है.”

एफडब्ल्यूआईसीई ने यह भी कहा कि “हम इन कृत्यों और किसी भी फिल्म के बहिष्कार की कड़ी निंदा करते हैं जो पहले से ही सीबीएफसी के फिल्म अधिकारियों द्वारा प्रमाणित हो चुकीं हैं. सीबीएफसी के जरिए फिल्म को सर्टिफिकेट मिलना अपने आप में एक उपलब्धि है, क्योंकि फिल्म और फिल्ममेकर्स प्रमाणन की पूरी प्रक्रिया से गुजर रहे हैं. इस प्रकार फिल्म के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों को सही चैनल का पालन करना चाहिए और फिल्म के खिलाफ अपनी शिकायतों को सीबीएफसी या अन्य शासकीय अधिकारियों को रिपोर्ट करना चाहिए, बजाय इंडस्ट्री को बॉयकॉट करने के.

वो आगे कहते हैं, “एफडब्ल्यूआईसीई उन निर्माताओं के समर्थन में मजबूती से खड़ा है, जो फिल्में बना रहे हैं और लाखों लोगों के लिए रोजगार पैदा कर रहे हैं. हम सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप करने और ‘बॉयकॉट बॉलीवुड’ की प्रवृत्ति को रोकने का आग्रह करते हैं.”