देशभर में 265 स्थानों पर रक्तदान शिविरों का आयोजन किया जायेगा

  • मानव एकता दिवस पर निरंकारी भक्तों द्वारा किया जायेगा उत्साहपूर्वक रक्तदान

सहारनपुर [24CN]। युगप्रवर्तक बाबा गुरबचन सिंह की स्मृति में उनकी शिक्षाओं से निरंतर प्रेरणा लेते हुए संत निरंकारी मिशन द्वारा प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी श्मानव एकता दिवस के अवसर पर संपूर्ण विश्व में रक्तदान शिविरों का आयोजन किया जायेगा।

सन्त निरंकारी मिशन (सहारनपुर जोन) के सहायक मीडिया प्रभारी धर्मेन्द्र कुमार अनमोल ने बताया कि इस वर्ष सत्गुरू माता सुदीक्षा जी महाराज की पावन अध्यक्षता में 24 अप्रैल, 2022 प्रात: 9 बजे से दोपहर 2 बजे, संत निरंकारी आध्यात्मिक स्थल, समालखा (हरियाणा) में एक विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन किया जायेगा। इस शिविर में मिशन के श्रद्धालुओं द्वारा पूरे उत्साह के साथ बढ़ चढ़कर रक्तदान किया जायेगा। रक्त एकत्रित करने हेतु एम्स अस्पताल (।प्प्डै भ्व्ैच्प्ज्।स्), गुरु तेग बहादुर अस्पताल (ळ.ज्.ठ भ्व्ैच्प्ज्।स्) एवं रेड क्रॉस सोसायटी (त्म्क् ब्त्व्ैै ैव्ब्प्म्ज्ल्) से डॉक्टरों की एक टीम भी वहां पर उपस्थित होंगी।

इस अवसर पर संपूर्ण भारतवर्ष के लगभग 265 स्थानों पर रक्तदान शिविरों का आयोजन किया जायेगाय जिसमें लगभग 40,000 से 50,000 यूनिट रक्त संकलित किये जाने की संभावना है। इन शिविरों का आयोजन संत निरंकारी चौरिटेबल फाउंडेशन (संत निरंकारी मिशन की सामाजिक शाखा) के तत्वधान में किया जायेगा। यह उपयुक्त जानकारी संत निरंकारी मण्डल के सचिव जोगिन्दर सुखीजा द्वारा सांझा की गई जिसमें उन्होंने बताया कि प्रशासन द्वारा कोविड 19 के निर्देशों को ध्यान में रखते हुए ही सभी रक्तदान शिविरों का आयोजन होगा।

समालखा में आयोजित होने वाले रक्तदान शिविर में सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज अपना पावन आशीर्वाद प्रदान करेंगे और साथ ही जूम ऐप के माध्यम द्वारा सम्पूर्ण भारतवर्ष के शेष स्थानों पर आयोजित होने वाले सभी रक्तदान शिविरों को भी सामूहिक रूप से आशीर्वाद प्रदान करेगें। इसके अतिरिक्त उसी दिन थैलेसिमिया से संबंधित जाँच की सुविधा भी समालखा एवं कुछ अन्य स्थानों पर उपलब्ध करवाई जायेगी, जिसमें 18 से 30 वर्ष के आयु वर्ग के सभी व्यक्ति लाभान्वित हो सकेंगे।

युग प्रवर्तक बाबा गुरबचन सिंह सदैव ही समाज कल्याण के लिए निरंतर प्रयासरत रहे। उन्होंने एक ओर जहाँ सत्य के बोध द्वारा मानव जीवन को सभी प्रकार के भ्रमों से मुक्त किया, वहीं दूसरी ओर नशाबंदी एवं सादा शादियाँ जैसे समाज सुधारों की भी नींव रखी। उन्होनें मिशन के सन्देश को केवल भारतवर्ष में ही नहीं अपितु विदेशों में भी पहुंचायाय जिसके परिणामस्वरूप आज विश्वभर के 60 से भी अधिक देशों में मिशन की सैंकड़ों ब्राँचे स्थापित हो चुकी हैं जो सत्य, प्रेम एवं मानवता का संदेश जन-जन तक पहुँचा रही हैं।

बाबा गुरबचन सिंह जी ने युवाओं की ऊर्जा को नया आयाम देने के लिए उन्हें सदैव ही खेलों के लिए भी प्रेरित किया ताकि उनकी ऊर्जा को उपयुक्त दिशा मिले जिससे देश एवं समाज का सुंदर निर्माण हो सकें। मिशन के भक्तों के लिए रक्तदान पहले से ही जनकल्याण की सेवा भाव में एक अभिन्न अंग रहा है। युगदृष्टा बाबा हरदेव सिंह जी के कथन श्रक्त नालियों में नहीं, नाडिय़ों में बहेश् इस सन्देश को मिशन के अनुयायियों ने निश्चित रूप में चरितार्थ किया है और जिसे वर्तमान में सत्गुरू माता सुदीक्षा महाराज के निर्देशानुसार निरंतर आगे बढ़ाया जा रहा है। इस विशाल रक्तदान शिविर में रक्तदाताओं के लिए अल्प आहार एवं पेयजल की भी उचित व्यवस्था की जायेगी।