जिलापंचायत चुनाव में नकुड ब्लाक से भाजपा का सुपडा साफ
- जिलापंचायत चुनाव का परिणाम अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव के लिये साबित हो सकते है खतरे की घंटी
नकुड [इंद्रेश त्यागी] । नकुड क्षेत्र में जिलापंचायत चुनाव में भाजपा को करारा झटका लगा है। जिलापंचायत के वार्ड संख्या 17 व 18 में पार्टी की करारी शिकस्त खानी पडी है। दोनो ही वार्डो में निर्दलीय व बसपा ने बाजी मारी है। जिलापंचायत चुनाव मे हुई करारी हार अगले वर्ष होने वाले विधान सभा चुनाव में पार्टी को भारी साबित हो सकते है।
वार्ड संख्या 17 में सरदार अमरदीप सिंह ने भारी मतो के अंतर से जीत हांिसल की है। उन्होंने निर्दलीय चुनाव लडकर भाजपा , कांगे्रेस व भाजपा को चुनोती दी थी। इस वार्ड में अमरदीप सिंह मतगणना में लगातार बढत बनाये रहे। अंततः वे सभी राजनितिकदलों पर भारी पडे। उन्होंने राजनीतिक दलों को करारी शिकस्त देकर जीत हासिल की है। गौरतलब है कि अमरदीप सिह टाबर में प्रधान रह चुके है।
वार्ड संख्या 18 में भाजपा प्रत्याशी चैथे स्थान पर खिसक गया। इस वार्ड में बसपा के नीरज चैधरी ने भाजपा लोकदल व कांग्रेस के प्रत्याशियों को करारी शिकस्त दी है। भीम आर्मी के प्रत्याशी को दलित मतदाताओं ने ही नकार दियां इस वार्ड मे नीरज चैधरी ने दलित व जाट मतों का धुर्वीकरण करके भाजपा को पीछे धकेल दिया। जबकि निर्दलीय चुनाव लड रहे प्रदीप शर्मा ने भाजपा के मुकाबले अच्छा प्रदर्शन किया। गौरतलब है िकइस वार्ड से भाजपा के बागी प्रत्याशी रणधीर चैहान ने भी चुनाव लडा था। माना जा रहा है कि भाजपा की हार में बागी प्रत्याशी की अहम भूमिका रही है।
वार्ड संख्या 19 में भी भाजपा को हार का मुह देखना पडा। इस वार्ड में बसपा की शिमला ने भाजपा प्रत्याशी को करारी शिकस्त दी है। उधर वार्ड संख्या 16 में भी सत्ताधारी पार्टी को हार का मुह देखना पडा है। इस वार्ड में सुरेश बंादुखेडी ने जीत का परचम लहराया है। पार्टी कार्यकर्ताओ का कहना है कि प्रत्याशियों का गलत चयन पार्टी को जिलापंचायत चुनाव मे भारी पडा है। नकुड विकास खंड क्षे त्र में एक भी वार्ड में जीत न मिलना भाजपा के लिये अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के खतरे की घटंी है।