7 में से 4 सीटों पर बीजेपी की जीत, कांग्रेस खाली हाथ
New Delhi : देश में 6 राज्यों की 7 विधानसभा सीटों पर उप-चुनाव के नतीजे आ गए हैं. इस चुनाव में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. 7 सीटों में से 4 पर बीजेपी ने कब्जा जमाया है, तो कांग्रेस खाली हाथ रही है. खास बात ये है कि कांग्रेस के पास जो 2 सीटें थी, वो भी उसके हाथ से निकल गई है. यूपी, हरियाणा, तमिलनाडु और ओडिशा में बीजेपी ने जीत हासिल की है, तो तेलंगाना, बिहार और महाराष्ट्र में बीजेपी को हार झेलनी पड़ी है. बीजेपी के अलावा शिवसेना (उद्धव ठाकरे ग्रुप), आरजेडी और टीआरएस को एक-एक सीट पर जीत मिली है. आईए, बताते हैं कि कौन सी सीट पर किस पार्टी को जीत हासिल हुई.
यूपी में बीजेपी का बोलबाला बरकरार
यूपी की गोला गोकर्णनाथ विधानसभा सीट लखीमपुर खीरी जिले में है. यहां बीजेपी और सपा के बीच सीधा मुकाबला था. ये सीट बीजेपी के कब्जे में थी. बीजेपी विधायक के अरविंद गिरी की मौत के बाद बीजेपी ने यहां से उनके बेटे अमन गिरी को उम्मीदवार बनाया था. सपा ने यहां से विनय तिवारी को मैदान में उतारा था. इस सीट पर बीजेपी का कब्जा बरकरार रहा. बीजेपी के अमन ने 1 लाख 24,810 वोट हासिल किये तो विनय को 90,512 वोट मिले. अमन ने विनय को 34,298 वोटों से हराया.
बीजेपी की गोपालगंज और मोकामा सीट पर नतीजे
बिहार में बीजेपी के लिए मिली जुली सफलता रही. गोपालगंज में सुभाष सिंह बीजेपी के विधायक थे. उनके निधन के बाद खाली हुई सीट पर बीजेपी ने उनकी पत्नी कुसुम देवी को मैदान में उतारा था. उन्होंने आरजेडी के मोहन प्रसाद गुप्ता को 1789 वोटों से हराया. वहीं, मोकामा सीट पर आरजेडी ने अपना कब्जा बरकरार रखा. मोकामा सीट से विधायक अनंत सिंह को अयोग्य ठहराए जाने के बाद आरजेडी ने उनकी पत्नी नीलम को मैदान में उतारा था. वहीं, बीजेपी ने बाहुबली लल्लन सिंह की पत्नी सोनम देवी पर दांव खेला था. मोकामा सीट पर आरजेडी ने 16707 वोटों से अपना कब्जा बरकरार रखा. ये पहली बार था, जब बीजेपी ने इस सीट से उम्मीदवार उतारा था.
ओडिशा में भी बीजेपी जीती
ओडिशा में बीजेपी के बिश्नू सेठी विधायक थे, उनके निधन के बाद बीजेपी ने उनके बेटे सूरज सूर्यवंशी को मैदान में उतारा था. बीजेपी के पास सहानुभूति की लहर भी थी. ऐसे में सूरज सूर्यवंशी ने बीजेडी के अबंती दास को 9802 वोटों से हरा दिया.
हरियाणा में कांग्रेस के हाथ से निकली सीट
हरियाणा के आदमपुर सीट पर कुलदीप बिश्नोई कांग्रेस के विधायक थे. उन्होंने कांग्रेस पार्टी छोड़ दी थी. यहां उप चुनाव में बीजेपी ने कुलदीप के बेटे भव्य बिश्नोई को मैदान में उतारा था. उन्होंने कांग्रेस के जयप्रकाश को 15,714 वोटों से मात दी और बीजेपी ने ये सीट कांग्रेस से छीन ली.
महाराष्ट्र में शिवसेना (उद्धव ठाकरे) की जय-जय
महाराष्ट्र के अंधेरी-ईस्ट सीट पर शिवसेना का ही कब्जा था. शिवसेना विधायक रमेश लटके की मौत के बाद पार्टी भी बंट चुकी है. शिवसेना (उद्धव ठाकरे) ग्रुप ने रमेश की पत्नी ऋतुजा लटके को मैदान में उतारा था. कांग्रेस और एनसीपी ने यहां से शिवसेना को समर्थन दिया. वहीं बीजेपी ने उम्मीदवार ही नहीं उतारा. ऐसे में ऋतुजा के सामने सिर्फ 6 निर्दलीय ही थे. जिन्होंने 66,247 मत हासिल कर एकतरफा जीत दर्ज की.
तेलंगाना में टीआरएस रही विजेता
तेलंगाना की मुमुगोड विधानसभा सीट पर कांग्रेस का कब्जा था. यहां से कोविता रेड्डी विधायक थे. उन्होंने इस्तीफा दे दिया और वो बीजेपी में शामिल हो गए. इस सीट पर सीधा मुकाबला टीआरएस के उम्मीदवार के प्रभाकर रेड्डी और बीजेपी के उम्मीदवार के राजगोपाल रेड्डी के बीच था. जिसमें टीआरएस ने 10,113 मत हासिल कर चुनावी परचम लहराया.