भाजपा यूपी चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान टीम के साथ आज पहुंचेंगे लखनऊ, तीन दिन चलेगा मैराथन मंथन का दौर
- उत्तर प्रदेश मिशन 2022 के लिए भारतीय जनता पार्टी हाईकमान द्वारा बनाई विधानसभा चुनाव प्रभारी सहप्रभारी और क्षेत्र प्रभारियों की टीम अपने पहले दौरे पर बुधवार को लखनऊ आ रही है। प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान और उनकी टीम यहां लगातार मैराथन बैठकें करेगी।
लखनऊ । उत्तर प्रदेश मिशन 2022 के लिए भारतीय जनता पार्टी हाईकमान द्वारा बनाई विधानसभा चुनाव प्रभारी, सहप्रभारी और क्षेत्र प्रभारियों की टीम अपने पहले दौरे पर बुधवार को लखनऊ आ रही है। प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान और उनकी टीम यहां लगातार मैराथन बैठकें करेगी। विधानसभा चुनाव की रणनीति के लिए होने जा रही इस अहम बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपनी कैबिनेट के साथ रहेंगे। कई केंद्रीय मंत्री और पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी इनमें शामिल होंगे।
पिछले दिनों ही भाजपा शीर्ष नेतृत्व ने कुशल रणनीतिकार माने जाने वाले केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को यूपी चुनाव प्रभारी बनाया है। उनके साथ केंद्रीय सूचना प्रसारण, खेल एवं युवा मामलों के मंत्री अनुराग ठाकुर, संसदीय कार्य राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल, कृषि एवं कृषक कल्याण राज्यमंत्री शोभा करंदलाजे, शिक्षा राज्यमंत्री अन्नपूर्णा देवी, सांसद सरोज पांडेय और विवेक ठाकुर को सहप्रभारी की जिम्मेदारी दी है। छह क्षेत्रों के संगठन प्रभारी भी बनाए गए हैं।
चुनावी रणनीति में माहिर और जमीनी नेताओं की यह टीम जिम्मेदारी मिलने के बाद पहली बार उत्तर प्रदेश आ रही है। इन सभी का बुधवार दोपहर तक लखनऊ पहुंचना प्रस्तावित है। शाम पांच बजे से प्रदेश मुख्यालय में बैठकें संगठनात्मक बैठकें होंगी। उनमें इस टीम के अलावा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, डा. दिनेश शर्मा सहित सभी कैबिनेट मंत्री, प्रदेश के कई केंद्रीय मंत्री, प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल और अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल होंगे।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि धर्मेंद्र प्रधान तीन दिवसीय दौरे पर हैं। वह बुधवार को देर रात तक बैठकों के बाद गुरुवार सुबह गोरखपुर जाएंगे। शाम तक लखनऊ लौट आएंगे और फिर बैठकों का सिलसिला शुरू होगा। बताया गया है कि वह शुक्रवार को वापस दिल्ली जा सकते हैं, जबकि अन्य सह प्रभारी और क्षेत्रीय संगठन प्रभारियों का प्रवास कुछ दिन और संभावित है। वह कुछ जिलों का दौरा भी कर सकते हैं।