केजरीवाल के विपश्यना पर बीजेपी ने उठाए सवाल, कहा- ‘शांति के लिए पंजाब के लोगों के पैसे उड़ाए’

नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल 10 दिवसीय विपश्यना सत्र के लिए पंजाब के होशियारपुर पहुंचे हुए हैं। उन्होंने आज से विपश्यना शुरू कर दिया है लेकिन इसी के साथ बीजेपी के निशाने पर भी आ गए हैं। दिल्ली सरकार में मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा है कि उन्होंने अपनी शांति के लिए पंजाब का पैसा उड़या है। बता दें कि दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री केजरीवाल मंगलवार को अपनी पत्नी सुनीता केजरीवाल के साथ होशियारपुर से लगभग 14 किलोमीटर दूर चौहाल में वन अतिथि गृह पहुंचे थे।
‘केजरीवाल की ये नकली सादगी एक और नौटंकी’
सिरसा ने केजरीवाल के विपश्यना पर निशाना साधते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो 50 गाड़ियों के काफिले से पंजाब के होशियारपुर पहुंचे। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके काफिले में 2-2 करोड़ रुपये की लैंड क्रूजर कारें थीं। सिरसा ने कहा कि काफिले की सुरक्षा पंजाब पुलिस के 100 से ज्यादा कमांडो कर रहे थे। उन्होंने आरोप लगाया कि केजरीवाल अपनी शांति के लिए पंजाब के लोगों के पैसे उड़ा रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘ऐसी विपासना का क्या फ़ायदा जहां सादगी और आत्मचिंतन की जगह 50 गाड़ियों के काफ़िले में अहंकार और दिखावा हो? अरविंद केजरीवाल की ये नकली सादगी एक और नौटंकी है।’
दिसंबर 2023 में भी आनंदगढ़ आए थे केजरीवाल
बता दें कि केजरीवाल होशियारपुर से लगभग 11 किलोमीटर दूर आनंदगढ़ गांव में स्थित धम्म धजा विपश्यना केंद्र में 10 दिवसीय विपश्यना सत्र में शामिल हुए। वह विपश्यना सत्र में शामिल होते रहे हैं और इसके पहले वह जयपुर, नागपुर, हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला के पास धर्मकोट और बेंगलुरु सहित कई स्थानों पर जा चुके हैं। यह दूसरी बार है जब केजरीवाल विपश्यना के लिए आनंदगढ़ आए हैं। इससे पहले उन्होंने दिसंबर 2023 में 10 दिवसीय सत्र में भाग लिया था। बता दें कि विपश्यना ध्यान के लिए एक प्राचीन भारतीय विधि है जो आत्म-अवलोकन के माध्यम से आत्म-परिवर्तन पर केंद्रित है।
विधानसभा चुनावों में AAP की हुई थी करारी हार
5 फरवरी के दिल्ली विधानसभा चुनाव में नई दिल्ली सीट से चुनाव हारने के बाद केजरीवाल सार्वजनिक रूप से सामने नहीं आए हैं और उन्होंने खुद को पार्टी से संबंधित गतिविधियों तक ही सीमित कर रखा है। आम आदमी पार्टी ने भारी जनादेश के साथ 2015 से 2024 तक दिल्ली पर राज किया था लेकिन इस हालिया विधानसभा चुनाव में वह 70 सीटों वाली विधानसभा में 22 सीटों पर सिमट गई। भारतीय जनता पार्टी ने 48 सीट जीतकर दिल्ली में केजरीवाल की पार्टी का वर्चस्व खत्म कर दिया। मनीष सिसोदिया, सौरभ भारद्वाज, सत्येंद्र जैन और सोमनाथ भारती समेत AAP के कई बड़े नेता चुनाव हार गए।