लखनऊ। प्रदेश में सर्वाधिक आबादी वाले पिछड़ा वर्ग पर भरपूर प्रेम बरसा रही भाजपा ने प्रदेश अध्यक्ष (UP BJP President) की कुर्सी भी जाट बिरादरी के भूपेंद्र चौधरी (Bhupendra Chaudhary) को सौंप दी है। नए कप्तान के साथ अब प्रदेश और नई टीम का गठन का होना है। इसमें कई बदलाव संभावित हैं। माना रहा है कि अब पार्टी इस फेरबदल में प्रदेश से लेकर क्षेत्र और जिलों के पदाधिकारी बनाने में दलित व ब्राह्मणों को प्राथमिकता दे सकती है। कई नए चेहरे होंगे तो कुछ को महत्वपूर्ण पदों पर प्रमोशन दिया जा सकता है।
लोकसभा की 80 में से 75 सीटों पर कमल खिलाने में भाजपा का फोकस
- भाजपा ने लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) के लिए अपनी बिसात बिछाते हुए पिछड़ा वर्ग से आने वाले जाट नेता भूपेंद्र सिंह चौधरी को प्रदेश संगठन की कमान सौंप दी है। यह रणनीति पश्चिमी उत्तर प्रदेश को मजबूत करने की है। वहीं भाजपा का प्रदेश की 80 में से 75 लोकसभा सीटों पर कमल खिलाने का लक्ष्य है।
- प्रयास यही है कि सपा-रालोद गठबंधन 2024 के लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) में भाजपा का नुकसान न कर पाए। मगर, पार्टी के इस दांव से जातीय संतुलन में कुछ असमानता उभरने लगी है। दरअसल, सरकार और संगठन में अब पिछड़े काफी आगे खड़े नजर आ रहे हैं।
- मसलन, प्रदेश सरकार में कुल 53 सदस्य हैं, जिसमें 20 मंत्री ओबीसी से हैं। दलितों की संख्या आठ तो ब्राह्मणों की मात्र सात है। शेष बचे 18 में बाकी सवर्णों को साधने का प्रयास किया गया है। इसी तरह संगठन की बात करें तो प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह के रूप में प्रदेश संगठन के दोनों शीर्ष पद पिछड़ा वर्ग के खाते में चले गए हैं।
- अब संभावना जताई जा रही है कि लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) के लिए प्रदेश, क्षेत्र और जिलों में नए पदाधिकारियाें की जो नियुक्ति होगी, उसमें दलित और ब्राह्मण सहित अन्य सवर्ण नेताओं को पद दिए जाएंगे।विशेष नजर प्रदेश उपाध्यक्ष, प्रदेश महामंत्री और प्रदेश मंत्री के पदों पर रहेगी।
- वर्तमान में 18 उपाध्यक्ष हैं। इनमें से योगी सरकार (Yogi Government) में मंत्री बनाए जा चुके एके शर्मा और दयाशंकर सिंह को एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत से संगठन का पद छोड़ना होगा। वहीं, प्रदेश महामंत्री जेपीएस राठौर भी सरकार में सहकारिता मंत्री हैं।
- इन तीनों के स्थान पर वर्तमान प्रदेश पदाधिकारियों में से कोई पदोन्नत हो सकता है।इसी तरह अभी 11 प्रदेश मंत्री हैं। इनमें कुछ नए चेहरों में शामिल होना संभावित है। वहीं, पार्टी के सात मोर्चे हैं, जिसमें से पिछड़ा वर्ग मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष नरेन्द्र कश्यप और अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष संजीव गोंड में मंत्री हैं, इसलिए इन दोनों का भी पद छोड़ना तय है।
कल राजधानी आएंगे चौधरी, स्वागत को तैयार संगठन
नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी सोमवार को लखनऊ पहुंचेगे। प्रदेश महामंत्री सुब्रत पाठक ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष दोपहर 12.30 बजे शताब्दी एक्सप्रेस से नई दिल्ली से चलकर यहां पहुंचेंगे। पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं द्वारा चारबाग रेलवे स्टेशन पर स्वागत किया जाएगा। फिर वह केकेसी तिराहा स्थित प. दीनदयाल उपाध्याय स्मृतिका में पं. दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे।
इसके बाद राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, बाबा साहब डा. भीमराव आंबेडकर, सरदार वल्लभभाई पटेल, लोकभवन स्थित भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी और पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह सहित अन्य महापुरुषों की प्रतिमाओं पर पुष्पांजलि कर श्रद्धा-सुमन अर्पित करेंगे। इसके बाद चौधरी पार्टी मुख्यालय पहुंचेंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक, प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहेंगे।