BJP और चुनाव आयोग एक साथ काम कर रहे, असम में बोले राहुल- वोटर लिस्ट से लाखों लोगों को हटाया जा रहा

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि कुछ समय पहले महाराष्ट्र में चुनाव हुआ और वहां बीजेपी ने जबरदस्त तरीके से चीटिंग की। लोकसभा और विधानसभा चुनाव के बीच चार महीने में एक करोड़ नए मतदाता बने।
लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि बिहार में उन्होंने नई वोटर लिस्ट तैयार करनी शुरू कर दी है और उस वोटर लिस्ट में लाख-करोड़ों लोगों को वो हटा रहे हैं। वो गरीबों, मजदूरों, किसानों और कांग्रेस पार्टी और आरजेडी के वोटर को हटा रहे हैं। हम वहां पर आंदोलन कर रहे हैं और दवाब डाल रहे हैं मगर मैं सबको कहना चाहता हूं जो इन्होंने महाराष्ट्र में किया और जो ये बिहार में करने की कोशिश कर रहे हैं वो ये असम में भी करने की कोशिश करेंगे। ये आप सबकी और हमारी जिम्मेदारी है कि हम इन्हें ये काम नहीं करने देंगे। बीजेपी और चुनाव आयोग आजकल एक साथ काम कर रहे हैं, चुनाव आयोग पूरे तरीके से बीजेपी और उनके नेताओं की बात सुन रहा है।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि कुछ समय पहले महाराष्ट्र में चुनाव हुआ और वहां बीजेपी ने जबरदस्त तरीके से चीटिंग की। लोकसभा और विधानसभा चुनाव के बीच चार महीने में एक करोड़ नए मतदाता बने। हमने चुनाव आयोग से पूछा- ये लोग कहां से आए, ये कौन हैं.. हमें वोटर लिस्ट दिखाइए और वीडियोग्राफी दीजिए। लेकिन.. चुनाव आयोग ने हमें आजतक वोटर लिस्ट नहीं दी, उल्टे वीडियोग्राफी से जुड़ा कानून ही बदल दिया। राहुल ने कहा कि आपको सावधान रहना है। बीजेपी और चुनाव आयोग एक साथ काम कर रहे हैं। चुनाव आयोग अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा रहा है, वो सिर्फ बीजेपी के नेताओं की बात सुन रहा है।
राहुल ने कहा कि हमने चुनाव आयोग से कई बार वोटर लिस्ट मांगी है। मैंने चिट्ठी लिखकर उनसे वोटर लिस्ट और वीडियो मांगे, लेकिन कुछ नहीं मिला। वो सिर्फ बहाने बनाते हैं, अपना काम नहीं करते। आज जो असम में हो रहा है, वही पूरे देश में हो रहा है। यहां के मुख्यमंत्री खुद को राजा समझते हैं, जो अडानी-अंबानी को आपका धन, आपकी जमीन देने में लगे हुए हैं। लेकिन जब आप उनकी आवाज सुनेंगे, उनकी आंखों में देखेंगे, तो आपको उसके पीछे डर दिखेगा। वे बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, चिल्लाते हैं, पर उनके दिल में डर है। ऐसा इसलिए क्योंकि वो जानते हैं कि एक दिन कांग्रेस के बब्बर शेर उन्हें जेल में डाल देंगे। उन्हें अपने सारे भ्रष्टाचार का हिसाब असम की जनता को देना होगा।