बिहार चुनावः तेजस्वी यादव बोले-बिहार में नीतीश कुमार के खिलाफ नफरत का माहौल, जनता देगी जवाब
गया । प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने रविवार को गया के गांधी मैदान में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि नीतीश कुमार के सरकार में बिहार प्रदेश को बेरोजगारी का केंद्र बना दिया है। यहां के युवा पढ़े-लिखे नौजवानों को नौकरी नहीं मिलती है। राज्य में 46.6 फीसद बेरोजगारी दर है। उन्होंने कहा कि महागठबंधन की सरकार बनते ही 10 लाख लोगों को सरकारी नौकरी दी जाएगी। कोरोना काल में गया वासियों की तकलीफों का जिक्र करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि यहां के पंडा समाज को रोजी रोजगार के लिए काफी संकट का सामना करना पड़ा है। नीतीश सरकार को एक और जहां इलेक्शन सूझ रहा था वहीं कोरोना के नाम पर पिंडदान को बंद किया गया। जनता इसका जवाब देगी।
समान काम का समान वेतन
तेजस्वी ने सरकारी कर्मियों को लेकर कहा कि चाहे शिक्षक हो या सिपाही सभी को समान काम का समान वेतन दिया जाएगा। भ्रष्टाचार के मुद्दों पर नीतीश कुमार को घेरते हुए आरोप लगाया कि उनके शासनकाल में 60 बड़े घोटाले हुए। बिहार के खजाने से 30 हजार करोड़ रुपये की लूटपाट हुई। सरकार इसका जवाब दे। उन्होंने कहा कि गया टाउन के विधायक और मंत्री प्रेम कुमार वोट को जागीर समझते हैं। जाति धर्म के नाम पर गया की जनता को बांटकर वोट लेते रहे हैं। उन्होंने सभा के जरिए गया कि जनता से जात पात और मजहब से ऊपर उठकर कांग्रेस के प्रत्याशी अखौरी ओंकारनाथ उर्फ मोहन श्रीवास्तव के लिए बढ़-चढ़कर वोट करने की अपील की।
सीएम के खिलाफ नफरत का भाव
तेजस्वी यादव ने कहा कि भ्रष्टाचार मिटाना है। रिटायरमेंट की उम्र सीमा को लेकर कहा कि महागठबंधन की सरकार बनते ही पहले की तरह व्यवस्था होगी। राज्य सरकार की नाकामियों से जनता में गुस्सा ही नहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ नफरत का भाव है। मंच पर राजद के नेता प्रोफेसर यादवेन्दु, मेयर वीरेंद्र कुमार उर्फ गणेश पासवान, बच्चू यादव, कांग्रेस जिलाध्यक्ष चंद्रिका प्रसाद यादव, राजद के जिलाध्यक्ष मुर्शीद आलम उर्फ निजाम, महानगर अध्यक्ष जितेंद्र यादव व अन्य उपस्थित थे