Bihar Chunav 2020 Phase 3 Polling: भाजपा ने आखिरी चरण में सजाई जमीनी लड़ाई की फील्डिंग
पटना । बिहार विधानसभा चुनाव प्रचार के अंतिम दिन भाजपा ने पार्टी प्रत्याशियों की जीत के लिए शानदार फील्डिंग सजाई है। गुरुवार, पांच नवंबर की शाम तीसरे व आखिरी चरण का चुनाव प्रचार थम गया। ऐसे में रैलियों और सभाओं का सिलसिला भी समाप्त हो गया। अब भाजपा ने मतदाताओं को रिझाने और घर-घर प्रचार के लिए दस्तक देने वाले विस्तारक से लेकर पार्टी पदाधिकारियों, नेताओं और कार्यकर्ताओं को 35 विधानसभा क्षेत्रों में उतार दिया है। इसमें पार्टी के स्थानीय कार्यकर्ताओं की भूमिका सबसे अहम माना जा रहा है।
एक-एक गतिविधि की हो रही मॉनीटरिंग
बता दें कि आखिरी चरण के 35 विधानसभा क्षेत्रों खासकर सीमांचल के इलाके से जुड़ी 12 सीटों पर भाजपा की सर्वाधिक नजर टिकी हुई है। पार्टी के प्रदेश नेतृत्व से लेकर राष्ट्रीय नेतृत्व तक एक-एक सीट पर तमाम गतिविधियों की मॉनीटरिंग कर रहा है। आखिरी चरण में उत्तर बिहार और सीमांचल के कई सीटों पर पार्टी प्रत्याशियों के साथ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और कई सांसदों की प्रतिष्ठा भी दांव पर है।
दरअसल, पार्टी के अंदर चर्चा है कि कई सांसदों ने संगठन और पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं की अनदेखी कर अपने-अपने शुभचिंतकों और पैराशूट नेताओं को प्रत्याशी बनवाया है। आखिरी चरण में चार मौजूदा विधायकों का भी टिकट कटा है। इसमें दो बागी होकर मैदान में डटे हुए हैं। अहम यह है कि दोनों मौजूदा विधायक वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल के इलाके से जुड़े हुए हैं। ऐसे में कई मायनों में प्रदेश अध्यक्ष की साख दांव पर है।
चार मंत्री भी मैदान में
इसके अलावा पार्टी के चार मंत्री भी किस्मत आजमा रहे हैं। इसमें नगर विकास एवं आवास मंत्री सुरेश शर्मा मुजफ्फरपुर से, कला संस्कृति एवं खेल कूद मंत्री प्रमोद कुमार मोतिहारी से, पीएचईडी मंत्री विनोद नारायण झा बेनीपट्टी से और पर्यटन मंत्री कृष्ण कुमार ऋषि बनमनखी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं। इसमें अभी तक सर्वाधिक जीत तमगा प्रमोद कुमार के खाते हैं। प्रमोद छठी जीत के लिए एड़ी-चोटी का पसीना बहार रहे हैं।