Bihar Chunav 2020: महागठबंधन का दावा, तेजस्वी बनेंगे मुख्यमंत्री; दूसरे चरण की 94 में से जीतेंगे 65 सीटें
पटना । विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान संपन्न होते ही महागठबंधन नेताओं ने 65 सीटों पर जीत का दावा किया है। मतदान के बाद राजद, कांग्रेस, वामदल के नेताओं ने संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस कर यह दावा किया। राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज झा ने कहा कि पहले चरण के मतदान में महागठबंधन के पक्ष में जो हवा चली उसने अब आंधी का रुख अख्तियार कर लिया है।
दूसरे चरण में महागठबंधन को 65 सीटें मिलना तय है। उन्होंने दावा किया कि राजद-कांग्रेस-वामदलों के गठबंधन ने बहुमत के आंकड़े को छू लिया है। उन्होंने कहा प्रतिद्वंद्वियों की हताशा बता रही है कि उनकी हार हो चुकी है। मनोज झा ने कहा प्रधानमंत्री इस चुनाव की अंतिम सभा करने आज फिर बिहार आए जरूर परन्तु नौकरी, कोरोना, मुजफ्फरपुर प्रकरण, महंगाई, मुंगेर जैसे मसलों पर कुछ भी नहीं कहा।
नेता प्रतिपक्ष ने आज ही उन्हें एक पत्र लिख बिहार के लिए विशेष दर्जे की मांग भी की परन्तु उस पर भी उन्होंने कुछ नहीं कहा, बल्कि बिहार के मतदाताओं से आंखे चुराते नजर आए। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि बिहार में अगली सरकार महागठबंधन की बनने जा रही है। बिहार की जनता ने आज मुख्यमंत्री का विदाई समारोह भी कर दिया।
उन्होंने कहा कि बिहार का बड़ा दिल देखिए कि मुख्यमंत्री के विदाई समारोह में उन पर सबसे महंगी चीजें फेंकी। खेड़ा ने कहा कि कांग्रेस लोकतंत्र में इस प्रकार की घटना का विरोध करती है। जनता को विरोध जताना हो तो ईवीएम का बटन दबाए। प्रेस कांफ्रेंस के राजद-कांग्रेस के साथ ही वाम नेताओं ने भी संबोधित किया।
बिहार चुनाव प्रधानमंत्री के लिए चेतावनी : शिवानंद
राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने कहा है कि बिहार का यह चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए चेतावनी है। जुमलेबाजी बहुत हो गई। 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने जो वादे किए थे, पीएम उन्हें जमीन पर उतारें, नहीं तो बोरिया-बिस्तर समेटें। शिवानंद ने कहा कि लगता है कि प्रधानमंत्री को बिहार के चुनाव में हार का एहसास हो गया है। इसलिए उनकी भाषा बदल गई है।
शिवानंद ने कहा कि प्रधानमंत्री अब भारत माता और जय श्रीराम के सहारे चुनाव की वैतरणी पार करना चाहते हैं। यही उनका ब्रह्मास्त्र है। पिछले छह वर्षों से केंद्र में प्रचंड बहुमत के साथ उनकी सरकार है। देश के अधिकांश प्रांतों में प्रधानमंत्री की पार्टी की ही सरकार है, लेकिन आज भी वे सकारात्मक मुद्दों पर चुनाव जीत पाने का आत्मविश्वास पैदा नहीं कर पाए हैं। अब बहुत विलंब हो चुका है। बिहार के लोगों ने इस बार भ्रष्टाचार से मुक्ति पाने का मन बना लिया है।
शिवानंद ने कहा कि प्रधानमंत्री जब भारत माता की बात करते हैं तो उसमें भारत माता की 135 करोड़ संतानों का कोई स्थान नहीं होता है, जो गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई, भ्रष्टाचार और गैर बराबरी से त्रस्त हैं। प्रधानमंत्री उनके लिए क्या कर रहे हैं, यह कभी नहीं बताते। अपने मन की सुनाते हैं! लेकिन भारत माता की संतानों के मन की बात नहीं सुनते हैं। प्रवचन के अंदाज में एकतरफा संवाद करते हैं।