उत्तराखंड: उत्तरकाशी में बादल फटने से जुड़ी बड़ी खबर, इंडियन आर्मी के 8 से 10 जवान लापता

उत्तराखंड: उत्तरकाशी में बादल फटने से जुड़ी बड़ी खबर, इंडियन आर्मी के 8 से 10 जवान लापता

उत्तरकाशी: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में बादल फटने की घटना से जुड़ी बहुत बड़ी खबर सामने आई है। भारतीय सेना के एक अधिकारी ने बताया है निचले हर्षिल क्षेत्र में एक शिविर से 8-10 भारतीय सेना के जवान लापता बताए जा रहे हैं।

भारतीय सेना के अधिकारी ने क्या कहा?

भारतीय सेना के अधिकारी ने बताया, “उत्तरकाशी में बादल फटने की घटना में निचले हर्षिल क्षेत्र में एक शिविर से 8-10 भारतीय सेना के जवान लापता बताए जा रहे हैं। इस घटना में अपने ही लोगों के लापता होने के बावजूद, भारतीय सेना के जवान राहत कार्यों में लगे हुए हैं।”

 

 

ब्रिगेड कमांडर ब्रिगेडियर मंदीप ढिल्लों का भी सामने आया बयान

उत्तरकाशी में बादल फटने की घटना पर ब्रिगेड कमांडर ब्रिगेडियर मंदीप ढिल्लों ने बताया, “आज धराली गांव में भूस्खलन और हिमस्खलन हुआ। हर्षिल चौकी पर स्थित भारतीय सेना की टुकड़ी सबसे पहले प्रतिक्रिया देने और 10 मिनट के भीतर गांव पहुंचने वाली टुकड़ी थी। बचाव अभियान जारी है। लगभग 20 लोगों को बचा लिया गया है और घायलों का इलाज चल रहा है। इसके कुछ समय बाद, भूस्खलन और बादल फटने की घटना ने सेना के शिविर और हमारी बचाव टुकड़ियों के एक हिस्से को भी अपनी चपेट में ले लिया।”

 

 

वायुसेना के अधिकारी ने बताया- राहत कार्यों के लिए हेलीकॉप्टर्स तैयार

वायुसेना के एक अधिकारी ने बताया, “उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में राहत कार्यों के लिए भारतीय वायु सेना के चिनूक एमआई-17 वी5, चीता और एएलएच हेलीकॉप्टर चंडीगढ़ वायु सेना अड्डे पर सक्रिय रूप से तैयार हैं। ये हेलीकॉप्टर आवश्यक उपकरणों और सामग्रियों के साथ तैयार हैं और प्रभावित क्षेत्रों में मौसम साफ होते ही उड़ान भरेंगे।”

 

 

इससे पहले भारतीय सेना ने बताया, “आज दोपहर हर्षिल स्थित भारतीय सेना शिविर से लगभग 4 किलोमीटर दूर, धराली गांव के पास भूस्खलन हुआ। भारतीय सेना ने तत्परता से प्रतिक्रिया देते हुए, 150 कर्मियों को तैनात किया जो 10 मिनट के भीतर घटनास्थल पर पहुंच गए और तुरंत बचाव कार्य शुरू कर दिया।”

सेना ने कहा, “अब तक 15-20 लोगों को सफलतापूर्वक निकाला जा चुका है, और घायलों को हर्षिल स्थित भारतीय सेना के चिकित्सा केंद्र में शीघ्र उपचार दिया जा रहा है। खोज और बचाव कार्य जारी हैं, और फंसे हुए लोगों का पता लगाने और उन्हें निकालने के लिए सभी उपलब्ध संसाधनों का उपयोग किया जा रहा है। स्थिति पर निरंतर निगरानी रखी जा रही है, और भारतीय सेना प्रभावित नागरिकों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।”