जोकोविच को बड़ा झटका! कंधे की चोट के कारण ATP फाइनल्स से हटे नाम वापस।
नोवाक जोकोविच ने एथेंस में हेलैनिक चैंपियनशिप खिताब जीतने के बावजूद कंधे की चोट के कारण एटीपी फाइनल्स से नाम वापस ले लिया है। अपने 101वें करियर खिताब के बाद, जोकोविच ने घोषणा की कि वे चोट के साथ पूरे टूर्नामेंट में जूझ रहे थे और ट्यूरिन में शीर्ष खिलाड़ियों के खिलाफ प्रतिस्पर्धा नहीं कर सकते, उनकी जगह लोरेन्जो मुस्सेट्टी लेंगे।
ग्रीस के एथेंस में खेले गए हेलैनिक चैंपियनशिप फाइनल में शानदार जीत दर्ज करने के बाद सर्बिया के टेनिस स्टार नोवाक जोकोविच ने एटीपी फाइनल्स से नाम वापस ले लिया है। जोकोविच ने शनिवार को इटली के लोरेन्जो मुस्सेट्टी को कड़े मुकाबले में हराकर अपना 101वां करियर खिताब जीता, लेकिन इसके कुछ ही घंटों बाद उन्होंने कंधे की चोट के कारण टूर्नामेंट से हटने का फैसला किया है।
मौजूद जानकारी के अनुसार, जोकोविच ने कहा कि वे इस चोट से पूरे टूर्नामेंट के दौरान जूझते रहे। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए बताया कि वे ट्यूरिन में होने वाले एटीपी फाइनल्स में हिस्सा लेने के लिए उत्साहित थे, लेकिन चोट के चलते अब ऐसा संभव नहीं है। उन्होंने लिखा, “मैं ट्यूरिन में खेलने के लिए बेहद उत्सुक था, लेकिन आज के फाइनल के बाद दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि मुझे इस चोट के कारण हटना पड़ रहा है।”
गौरतलब है कि एटीपी फाइनल्स साल का आखिरी बड़ा टूर्नामेंट होता है जिसमें दुनिया के शीर्ष आठ खिलाड़ी भाग लेते हैं। अब जोकोविच की जगह मुस्सेट्टी इस टूर्नामेंट में हिस्सा लेंगे, जबकि शुरुआती रूप से यह जगह कनाडा के फेलिक्स ऑगर-अलियासिम को मिलने वाली थी। बता दें कि यह लगातार दूसरा साल है जब 24 बार के ग्रैंड स्लैम चैंपियन जोकोविच को चोट के चलते एटीपी फाइनल्स से बाहर होना पड़ा है।
उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि वे स्थिति को लेकर अंतिम निर्णय लेने से पहले एथेंस टूर्नामेंट के प्रदर्शन को देखना चाहते थे। उन्होंने बताया, “कल के मैच के बाद उम्मीद थी कि दर्द नहीं बढ़ेगा, लेकिन आज मैच से पहले ही हालत खराब थी। मैच खेलने के लिए मुझे दवाइयों का सहारा लेना पड़ा। मुझे लगा कि ट्यूरिन में दुनिया के शीर्ष आठ खिलाड़ियों के खिलाफ पूरे टूर्नामेंट में खेलने की स्थिति में नहीं हूं।”
बता दें कि इस जीत के साथ जोकोविच ने न सिर्फ अपना 101वां करियर खिताब जीता बल्कि एक खास रिकॉर्ड भी बना दिया। उन्होंने हार्ड कोर्ट पर अपना 72वां खिताब जीतकर रोजर फेडरर को पीछे छोड़ दिया है। इस जीत के साथ उन्होंने फेडरर के 103 खिताबों के करीब पहुंचते हुए 101वां खिताब हासिल किया है, जबकि सर्वाधिक 109 खिताब अमेरिका के जिमी कॉनर्स के नाम हैं।
जोकोविच ने फाइनल मैच में मुस्सेट्टी को 4-6, 6-3, 7-5 से हराया। यह मुकाबला लगभग तीन घंटे तक चला और बेहद रोमांचक रहा। मैच के बाद उन्होंने कहा, “यह एक शानदार लड़ाई थी। शारीरिक रूप से काफी कठिन मैच रहा और मुझे गर्व है कि मैंने इसे जीत लिया।” गौरतलब है कि मुस्सेट्टी लगातार छठी बार किसी टूर-लेवल फाइनल में हार का सामना कर रहे हैं।
जोकोविच का यह निर्णय भले ही उनके प्रशंसकों को निराश कर गया हो, लेकिन उनके लिए फिलहाल फिटनेस को प्राथमिकता देना जरूरी हो गया है। उम्मीद है कि वे जल्द ही पूरी तरह से स्वस्थ होकर कोर्ट पर वापसी करेंगे।
