एटीएम से 60 हजार रूपये चोरी होने पर भाकियु बेदी गुट ने बैंक में किया हंगामा

  • पीडित खाता धारक महिला ने दो बार बैंक में दे चुकी थी एटीएम बंद करने का प्रार्थना पत्र  

देवबंद [24CN]: एटीएम बंद करने का दो बार बैंक शाखा में प्रार्थना पत्र देने के बावजूद बैंक ने एटीएम खाता बंद नही किया। इस दौरान एटीएम कार्ड गुम हो गया और अज्ञात व्यक्ति ने एटीएम से 60 हजार रूपये चोरी से निकाल लिए। एटीएम से चोरी होने के मामले में भाकियु बेदी गुट ने बैंक शाखा में पहुंचकर हंगामा किया और इस चोरी के लिए बैंक प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया।

पीडित महिला का कहना था कि यदि समय रहते बैंक प्रबंधन उसका एटीएम बैंक खाता बंद कर देता तो उसके खाते से 60 हजार रूपये चोरी से न निकाले जाते। बैंक में हंगामे की सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंची और मामले की छानबीन में जुट गई।

-यह था मामला
देवबंद की मौहल्ला खानकाह निवासी डा0 नगमा पुत्री अब्दुर्रहमान का मजनू वाला रोड स्थित सेंट्रल बैंक में खाता है और बैंक ने डा0 नगमा को एटीएम भी जारी किया हुआ है। डा0 नगमा का आरोप है कि उसने विगत 12 अक्टूबर को एटीएम बंद करने का प्रार्थना पत्र शाखा में दिया था और उससे पहले भी एक बार उसने अपने एटीएम को बंद किये जाने की मांग करते हुए स्थानीय शाखा में प्रार्थना पत्र दिया था लेकिन दोनो ही प्रार्थना पत्रों पर बैंक ने कोई कार्यवाही नही की और उसका एटीएम बंद नही किया गया। डा0 नगमा ने बताया कि कुछ दिन पहले उसका एटीएम कार्ड गुम हो गया और किसी अज्ञात व्यक्ति ने विगत 20 अक्टूबर को 10-10 हजार करके तीन बार तीस हजार रूपये निकाले और उसके बाद 24 अक्टूबर को भी उसके खाते से 30 हजार रूपये निकाल लिए गये।

-भाकियु बेदी गुट ने बैंक शाखा पहुंचकर घटना पर जताया रोष
एटीएम खाते से 60 हजार रूपये चोरी से निकाले जाने की घटना को लेकर भाकियु बेदी गुट के नेता अब्दुल कुददुस त्यागी, मो0 आरिफ, शमीउर्रहमान व कई कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे और शाखा प्रबंधक राहुल पाडेंय के छुटटी पर होने के कारण वहंा मौजूद बैंक कर्मीयों के सामने जमकर विरोध जताया। उक्त नेताओं का कहना था कि बैंक प्रबंधन की लापरवाही से यह घटना हुई है और अब बैंक को ही इसकी भरपाई करनी चाहिए। इस घटना को लेकर भाकियु नेताओं और बैंक कर्मियों के बीच काफी देर नौक झौंक होती रही और पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। एस आई नरेश शर्मा ने मामले को शांत कराते हुए इस घटना में उचित कार्रवाई किए जाने का आश्वासन दिया जिस पर विरोध जता रहे नेता शांत हुए और बैंक से चले गये।